मामला किशनगंज का है। जहां महिला चोर के चार सदस्यों को दुकानदारों ने धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया। यह चारों महिला पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के कानकी थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। महिला चोर गैंग की सदस्य अपने प्लान के मुताबिक काम करती है। इनके ग्रुप में पांच से सात सदस्य होती हैं।
सभी का अलग अलग टास्क होता है
सभी महिलाओं का अलग अलग टास्क होता है। कोई ग्राहक बनकर कपड़ा खरीदती है तो कोई दुकानदार को बातों में उलझा कर रखती हैं। कोई सदस्य का काम होता है दुकान के आम ग्राहक और दुकानदार पर निगरानी रखना और मौका देखकर अपने साथियों को कपड़े का बंडल लेकर भागने का इशारा करना। यानी सभी सदस्यों को प्लान के मुताबिक काम बांटा जाता है। यह महिला गैंग त्योहार पर काफी सक्रिय हो जाती है।
भीड़ भाड़ वाले दुकानों को निशाना
भीड़ भाड़ वाली रेडीमेड कपड़ा दुकानों को अपना निशाना बनाती थी। दुकानों में महिला चोरों का गैंग पहले ग्राहक बनकर घुसती है और दुकानदार से कपड़ा खरीदने का बहाना बनाती और उसको अपने बातों में उलझा कर रखती है। उसके उपरांत अन्य सदस्य भी मौका देखकर दुकान में घुसती है और मौका देखते ही कपड़े का बंडल उठाकर भाग जाती हैं। कपड़ा व्यापारी सूरज सिंह ने कहा कि बीस अप्रैल को महिला गैंग के 6 सदस्य उनके दुकान में घुसकर लाखों रुपये के कपड़े के बंडल उठा ले गए।
पूछताछ जारी
जिसका फुटेज दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गया और उसी दिन से वो इस गैंग को पकड़ने का इंतजार कर रहे थें। वहीं आज फिर दुकान में घुसकर महिला चोर हाथ साफ करती उससे पहले ही वो अपने साथियों की मदद से महिला गैंग के सभी सदस्यों को पकड़ लिया और टाउन थाना पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि पुलिस सभी महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने में पूछताछ कर रही है।
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