बिहार में शिक्षकों द्वारा फर्जी हाजिरी बनाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मोबाइल को फ्लाइट मोड पर डालकर और दूसरे राज्यों से हाजिरी दर्ज करने जैसे गंभीर आरोप शिक्षा विभाग के सामने आए हैं। शिवहर जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पकड़ी, पुरनहिया से जुड़ा ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसके बाद विभाग ने सख्त कदम उठाए हैं।
शिक्षक पर कार्रवाई
शिक्षक अवधेश कुमार, जो पंचायत शिक्षक के रूप में कार्यरत थे, पर ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उपस्थिति के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा। मामले की जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद अवधेश कुमार को नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है। अवधेश कुमार पर आरोप है कि वे विद्यालय से गायब रहते हुए ई-शिक्षा कोष पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते थे।
अधिकारी पर भी कार्रवाई
प्रखंड साधन सेवी मो० हबीबुल्लाह, जो DESTINI IT SERVICES PVT. LTD कंपनी के माध्यम से संविदा पर नियुक्त थे, पर भी कार्रवाई की गई है।
उन्हें विद्यालयों का निरीक्षण करने का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन उनके कार्यों में लापरवाही पाई गई। पकड़ी प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने के बावजूद, उन्होंने कोई प्रतिकूल टिप्पणी या रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की और उच्च अधिकारियों को मामले की जानकारी नहीं दी।
जांच में यह भी पाया गया कि ई-शिक्षा कोष पर उपस्थिति दर्ज करते समय विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक विद्यालय से गायब रहते थे।
जांच के निष्कर्ष
अनुमंडल पदाधिकारी, शिवहर द्वारा मामले की जांच की गई, जिसमें शिक्षक और प्रखंड साधन सेवी दोनों की लापरवाही सामने आई। मो० हबीबुल्लाह को उनके कर्तव्य में लापरवाही, उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना, और विभागीय निर्देशों का पालन न करने के कारण कार्यमुक्त कर दिया गया। एजेंसी को नियमानुसार मानदेय भुगतान पत्र निर्गत तिथि तक करने का निर्देश दिया गया है।
शिक्षा विभाग का रुख
शिक्षा विभाग ने इस प्रकरण को गंभीरता से लिया है और स्पष्ट कर दिया है कि फर्जी हाजिरी या कार्य में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह मामला यह दर्शाता है कि विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए विभागीय नियमों का सख्ती से पालन आवश्यक है। विभाग ने ऐसे मामलों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने का संकेत दिया है।
यह घटना एक स्पष्ट संदेश देती है कि विभागीय आदेशों और कार्य संस्कृति में लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना प्राथमिकता बनी रहेगी।