यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों (Indian students) की लगातार वतन वापसी हो रही है लेकिन अबभी यूक्रेन में यहाँ के कई लोग फंसे हुए है। वहां फंसे हुए लोगों में से एक पटना सिटी का लाल भी अपने वतन वापसी का इंतजार कर रहा है। वहीं अपने बेटे की वतन बापसी के लिए एक माँ और पिता ने रो रो कर बुरा हाल बना रखा है। परिजन अपने बेटे अभिषेक को लेकर काफी चिंता में है।
अंडर ग्राउंड है लोग
बता दें कि बिहार की राजधानी पटना के मालसालामी स्थित शाहदरा के रहने वाले सतीश कुमार के बेटे अभिषेक कुमार यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे है। हालांकि रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के कारण वह वहीं फंसा हुआ है और उसके साथ कई छात्र है जो की वहां फंसे हुए है। दरअसल युद्ध के कारण ना ही उन्हें खाना पीना सही से मिल रहा है, ना ही उनकी पढ़ाई हो पा रहीं। सभी लोग बंकर और अंडर ग्राउंड में छिपे हुए है और जानवरों की तरह रहने पर मजबूर हो चुके है। वहीं छात्र अभिषेक ने एक वीडियो भेजा है जिसे देखकर पता चलता है की कैसे सभी वहां एक साथ रह रहे है और अपनी जिंदगी की इस जंग लड़ रहे है और भारत सरकार से मदद मांग रहे है कि उन्हें जल्द से जल्द अपने वतन वापस ले जाया जाए।
परिजनों में डर का माहौल
दूसरी तरफ अभिषेक के माँ बबिता देवी और पिता सतीश कुमार अपने बेटे के लिए बहुत डरे हुए है। पिता सतीश का कहना है कि प्रधानमंत्री का भारत में डंका बजता है तो अभी कहा है वो जब देश का छात्र यूक्रेन में फंसा है और अपनी देश की सरकार उन्हें वतन लाने के बजाए यूपी चुनाव में अधिक दिलचस्पी दिखा रही है। साथ ही सभी लोगों को भारत वापस लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारत केवल बॉर्डर एरिया से छात्रों को वापस ला रहा है जबकि यूक्रेन शहर के मध्य में भी कई छात्र फंसे है, भारत उन्हें भी वापस लाने का प्रयास करें। पिता कहते है कि उनके घर मे बेटे चिंता में ना ही खाना बन रहा है ना ही कोई ठीक से सो पाता है। साथ ही अभिषेक के पिता ने बताया कि बच्चे हर जगह मेल भेज रहे है चाहे वह पीएमओ ऑफिस हो या हेल्पलाइन नम्बर लेकिन इसके बावजूद उन्हें किसी तरह का रिप्लाय नहीं मिल रहा है।