बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बीबी कॉलेजिएट (BB Collegiate Muzaffarpur) में 26 फरवरी, शनिवार की देर रात पुलिस और अभियुक्तों के बीच मुठभेड़ हो गयी। वहीं पुलिस और अपराधी दोनों लगातार फायरिंग कर रहे थे जिसमें एक अपराधी को पुलिस की गोली लग गयी। मिली जानकारी के अनुसार अपराधी को पैर में गोली लगी जिसके कारण वह घायल हो गया है। साथ ही मौके से कुल दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस और अभियुक्तों के बीच मुठभेड़
गौरतलब हो कि एक अभियुक्त की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी। उसके के कहने पर टाउन इंस्पेक्टर अनिल कुमार अपनी पूरी फोर्स लेकर बीबी कॉलेजिएट में अन्य दो अभियुक्तों को पकड़ने गए थे। हालांकि पुलिस को देखते ही अपराधियों ने पुलिस पर अंधाधुन फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद जवाबी करवाई में पुलिस की तरफ से भी फायरिंग की गई जिसमें एक अपराधी घायल हो गया।
हथियार और बाइक भी बरामद
बता दें कि पुलिस ने घटनास्थल से हथियार और बाइक भी बरामद किया है। वहीं गिरफ्तार अपराधियों मुजफ्फरपुर के एक व्यवसायी के पुत्र राहुल कुमार, जहानाबाद के सुमित और भिखनपुरा के विश्वजीत बताए जा रहे है। हालांकि सुमित के पैर में गोली लगी है। जो अमगोला में एक किराए के मकान में रहा करता था। उसे इलाज के लिए इलाके के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है और फिर वहां से SKMCH रेफर कर दिया गया।
मर्डर कि गुत्थी सुलझी
वहीं SSP जयंतकांत ने व्यवसायी गोविंद ड्रोलिया के मर्डर कि गुत्थी सुलझाते हुए कहा कि यह तीनों अपराधी व्यवसायी के मर्डर में दोषी है। वहीं इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड व्यवसाई का बेटा राहुल ही था। फिलहाल बाकी पूछताछ अभी जारी है। पुलिस ने बताया कि सबूतों के सहारे वह राहुल तक पहुंच गयी और उसे गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उसी के बयान पर अन्य दो अपराधियों को भी पुलिस पकड़ने पुलिस पकड़ने में कामयाब रही।
व्यापार के कारण हुई हत्या
पुलिस का कहना है कि राहुल के पिता का पान मसाला का कारोबार था। वहीं उसके पिता गोविंद की दुकान के पास ही राहुल की भी दुकान थी। दोनों का कारोबार एक होने के कारण पहले भी दोनों में आपसी रंजीशे होते रहती थी। रोज रोज के आपसी झगड़े के कारण राहुल ने अपने पिता को रास्ते से हटाने का पूरा इंतजाम कर लिया।
बेटा बना पिता का हत्यारा
जब पुलिस ने पूछताछ की तब राहुल ने इस पूरे मामले के बारे में बताते हुए कहा कि अपने पिता गोविंद की हत्या का प्लान बनाने के बाद वह और उसके साथी एक सप्ताह तक उसके बारे में पता कर रहे थे। सारी जानकारी प्राप्त करने के बाद पिछले रविवार को उन्होंने अपने प्लान का अंजाम तक पहुंचाया।