बिहार विधानसभा उपचुनाव की 4 सीटों पर महागठबंधन को मुंह की खानी पड़ी, सभी सीटों पर NDA ने जीत दर्ज की। लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि ‘जनसुराज की वजह से RJD गठबंधन को भारी हार का सामना करना पड़ा। जन सुराज पहली बार चुनाव लड़ी, हालांकि पार्टी जीत नहीं दर्ज कर पाई लेकिन 2 सीटों पर जोरदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा जन सुराज 2 सीटों पर RJD के वोट काटती नजर आई। यही वजह है कि महागठबंधन को अपनी चारो सीट गंवानी पड़ी।’
सबसे हॉट सीट इमामगंज के आंकड़ों के अनुसार जन सुराज को 37,106 वोट मिले, चारो सीटों की तुलना में सबसे ज्यादा वोट पार्टी को इसी सीट से मिले लेकिन इमामगंज से HAM प्रत्याशी और जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी को 5,945 वोट से जीत मिली, वहीं RJD प्रत्याशी के खाते में 47,490 वोट पड़े। ऐसे ही बेलागंज सीट से JDU की मनोरमा यादव ने जीत दर्ज की है, उन्होंने 21 हजार 391 वोट से जीत दर्ज की है। इसी के साथ मनोरमा देवी उपचुनाव में सबसे ज्योदा वोट से जीत हासिल करने वाली उम्मीदवार बन गई हैं। इधर बेलागंज सीट पर जन सुराज को 17 हजार 285 वोट मिले हैं, वहीं RJD को 51 हजार 993 वोट से संतुष्ट होना पड़ा है।
तरारी सीट पर भी जन सुराज वोट राजद के वोट काटे। जन सुराज को कुल 5,622 वोट मिले हैं, जबकि राजद गठबंधन माले को 64 हजार 143 वोट प्राप्त हुए। तरारी से भाजपा ने 10 हजार 612 वोट से जीत हासिल की है। इसके अलावा रामगढ़ सीट से भाजपा ने 1,362 वोट से जीत हासिल की है। यहां से जन सुराज को 6,513 वोट मिले, जबकि RJD प्रत्याशी तीसरे स्थान पर पहुंच गए। बसपा ने यहां BJP को कड़ी टक्कर दी है। बसपा 60 हजार 895 वोट के साथ दूसरे स्थान पर बरकरार रही। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि ‘कुल मिलाकर अगर जन सुराज ना होती तो RJD की जीत की राहें आसान होतीं। लेकिन पहली बार परीक्षा दे रही जन सुराज ने अच्छी खासी टक्कर देकर और वोट काटकर ये तो साबित कर दिया है कि 2025 में RJD को काफी मेहनत करनी पड़ेगी।’