सारण से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी इनदिनों अपने बयान को लेकर खुब सुर्खियाँ बटोर रह हैं। पिछले कुछ समय से वो भाजपा से थोड़े खींचे-खींचे नजर आ रहे हैं। उनके बयानों पर गौर करे तो ऐसा लगता है मोदी के मंत्रिमंडल से छुट्टी के बाद उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनने की लालसा हो रही है। हालांकि बिहार की मौजूदा राजनीति में भाजपा उन्हें कोई महत्वपूर्ण भूमिका में फीट करने की कोशिश करती हुई नहीं दिख रही है। लेकिन राजीव प्रताप रूडी खुद अपने आप को बिहार में भाजपा के रथ को हाकने वाला साबित करने में लगे हुए हैं।
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रूडी ने ठोका नेतृत्व का दावा
दरअसल, कुछ दिनों पहले एक कार्यक्रम राजीव प्रताप रूडी के सामने ही “बिहार का मुख्यमंत्री कैसा हो, राजीव प्रताप रूडी जैसा हो” के नारे लगे थे। अब ऐसा लग रहा है कि राजीव प्रताप रूडी ने भी इस नारे को गंभीरता से ले लिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि राजीव प्रताप रूडी ने खुद ये कह दिया है कि 2025 में नीतीश-तेजस्वी से जो राजनैतिक लड़ाई होगी उसका नेतृत्व वे ही करेंगे। भाजपा सांसद ने कहा कि बिहार में किसी दूसरे में हिम्मत नहीं है कि वह नेतृत्व कर सके। दरअसल राजीव प्रताप रूडी आज अपने संसदीय क्षेत्र छपरा के मढौरा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वो खुद से ही खुद की तारीफ करते दिखे। साथ ही बिहार में भाजपा का नेतृत्व करने का दावा भी किया।
पार्टी से अलग रूडी की लाइन ?
राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि मैं गरीबों का नेता हूं। इस देश में गरीबों की चिंता या तो मैं करता हूं या दिल्ली में बैठे प्रधानमंत्री करते हैं। दो साल बाद बिहार में गरीबों की लड़ाई होने वाली है। उसका नेतृत्व मैं ही करूंगा मेरे अलावा किसी की हिम्मत नहीं है कि वो इस आंदोलन का नेतृत्व कर सके। इस बयान को उनके मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जोड़ कर देखा जा रहा है। इससे पहले राजीव प्रताप रूडी ने पूरी बिहार की यात्रा करने का ऐलान किया था। वे हर जिला मुख्यालय में जाकर सभा कर रहे हैं। उनकी ये सभा पार्टी के बैनर तले नहीं हो रही है। देखा जाए तो राजीव प्रताप रूपी पार्टी के सामान्तर अपना अलग कार्यक्रम कर रहे हैं।