पश्चिम बंगाल में झारखंड के तीन विधायकों के भारी मात्रा में कैश संग पकड़े गये थे। उनमें से जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी ने मंगल वार को अपने आवास पर प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता साजिश के तहत इरफान की छवि धूमिल करने के लिए इरफान अंसारी फंसाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक अनूप सिंह के द्वारा किए गए एफआईआर में कई त्रुटियां हैं।
अगर अनूप सिंह को पहले से सारी जानकारी थी तो उन्होंने यह कार्य पहले क्यों नहीं किया। हालांकि फुरकान अंसारी ने आज स्वीकार किया है कि इरफान गुवाहाटी गए थे। लेकिन अपने बच्चे के नामांकन कराने। उन्होंने कहा कि हमारे पास सारे सबूत है। आने वाले दिनों में इरफान कांग्रेस पार्टी में अपनी बड़ी दावेदारी रख सकते थे।इस वजह से उन्हें फंसाया गया है। सीएलपी लीडर भी उनकी बातों को समझने के लिए तैयार नहीं है।
अनूप सिंह ने अरगोड़ा थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी थी
झारखंड के बेरमो विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने अपनी ही पार्टी के तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी पर झारखंड सरकार को अस्थिर करने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था। उन्होंने रांची के अरगोड़ा थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि सरकार गिराने के लिए इन साथी विधायकों के जरिए उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर दिया जा रहा था। उन्हें बताया गया था कि गुवाहाटी में उनकी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा से मुलाकात करायी जायेगी, जो उन्हें झारखंड में बनने वाली नई सरकार में उन्हें मंत्री पद देने को लेकर आश्वस्त करेंगे।
कांग्रेस विधायक ने किया था ये दावा
कांग्रेस विधायक अनूप ने अपनी शिकायत में लिखा था कि इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और विक्सल कोंगाड़ी उन्हें कोलकाता बुला रहे थे। उन्हें कहा गया था कि सरकार गिराने के बदले प्रति एमएलए 10 करोड़ रुपये दिये जाने थे। इरफान अंसारी और राजेश कच्छप चाहते थे कि मैं कोलकाता आऊं। वे लोग मुझे गुवाहाटी लेकर जाते। उनके अनुसार वे मेरी मुलाकात असम के सीएम हिमंत बिस्वा शर्मा से कराते और मंत्री पद के लिए आश्वस्त करते। उन्हें यह भी बताया गया था कि हिमंत बिस्वा शर्मा यह सब पार्टी के टॉप लीडर्स के आशीर्वाद और उनकी सहमति से कर रहे हैं।