भाजपा के गुरुदासपुर लोकसभा सीट से सांसद और एक्टर सनी देओल 2024 का चुनाव नहीं लड़ेंगे। एक टीवी चैनल पर बातचीत के दौरान सनी देओल ने साफ किया है कि राजनीति में उनका मन नहीं लगता। वे एक्टिंग के जरिए ही देश सेवा कर के खुश हैं। साथ ही सनी देओल का यह भी कहना है कि जिस सोच के साथ राजनीति में आए थे, वो काम वो एक्टिंग के जरिए भी कर सकता हूं। सनी ने कहा कि एक्टिंग की दुनिया में मेरा जो दिल करे, वो मैं कर सकता हूं। लेकिन राजनीति में अगर मैं कुछ कमिट कर दूं औऱ उसे पूरा न कर पाऊं, तो मुझसे वह बर्दाश्त नहीं होता है। मैं ऐसा नहीं कर सकता।
बतौर सांसद खराब रिकॉर्ड
2019 में भाजपा ने सनी देओल को गुरुदासपुर सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। इस सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री व दिवंगत एक्टर विनोद खन्ना भी सांसद रह चुके हैं। लेकिन विनोद खन्ना के उलट सनी देओल का बतौर सांसद रिकॉर्ड खराब रहा है। लोकसभा में सनी देओल की उपस्थिति महज 19 फीसदी है। इस बारे में सनी देओल का कहना है कि “जब मैं संसद जाता हूं तो देखता हूं कि यहां देश चलाने वाले लोग बैठे हैं, सभी पार्टियों के नेता बैठे हैं। लेकिन यहां कैसा व्यवहार करते हैं, जबकि हम दूसरे लोगों से कहते हैं कि ऐसा व्यहार मत करो। उन्होंने कहा कि जब में ये देखता हूं तो लगता है कि मैं ऐसा नहीं हूं, इससे बेहतर तो ये है कि मैं कहीं और ही चला जाऊं।
सनी देओल को झेलना पड़ रहा विरोध
सांसद चुने जाने के बाद भी सनी देओल संसद से भागते रहे हैं। साथ ही वे अपने संसदीय क्षेत्र में भी नहीं जाते। सनी देओल ने चुनाव प्रचार के दौरान लोकसभा क्षेत्र की जनता से बड़े-बड़े वादे भी किए लेकिन वादे पूरे करना तो दूर, वे जीत के बाद पलटकर गुरदासपुर नहीं गए। इसे लेकर जनता में आक्रोश बढ़ रहा है। गुरदासपुर के मोहल्ला संत नगर के लोगों ने फरवरी के महीने में भी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर सनी देओल की सदस्यता रद्द करने की मांग की है। अमरजोत सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि सनी देओल करीब चार साल से अपने लोकसभा क्षेत्र से अनुपस्थित हैं।