देश के प्रथम राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पोती तारा सिन्हा ने आज बिहार विद्यापीठ स्थित सदाकत आश्रम वाले घर को बचाने की गुहार लगाई है उन्होंने कहा कि भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का आश्रम हेरिटेज प्रोपर्टी है, जहाँ डॉ राजेन्द्र प्रसाद रहा करते थे। उस घर को बिहार सरकार के कुछ अधिकारी पैसा कमाने की लालच में तोड़ कर नया करना चाहते हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घर में डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी की कई यादें हैं। यह आम प्रॉपर्टी नहीं, हेरिटेज प्रॉपर्टी है। इसके संरक्षण के लिए सभी देशभक्तों को आगे आना होगा।
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‘डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का आश्रम बिहार का साबरमती आश्रम है’
तारा सिन्हा ने कहा कि डॉ राजेन्द्र प्रसाद का यह आश्रम, बिहार का साबरमती आश्रम है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी यहाँ रहते थे, उनके निधन के बाद देशवासियों के दर्शन हेतु उनकी बॉडी को यहाँ रखा गया था। इसलिए हमारी मांग है कि आर्किलॉजिक्ल वाले लोगों से इस आश्रम की मरम्मत करा कर इसके पुराने स्वरुप में संरक्षित किया जाए। जो बेहद कीमती हैं, इसलिए मैं सभी देश भक्तों से अपील करती हूँ कि आप सभी इसे बचाने में अपना सहयोग दें और आगे आये। आपको बता दें कि तारा सिन्हा, डॉ राजेन्द्र प्रसाद की अपनी पोती हैं, जिन्होंने आज उनकी स्मृतियों के संरक्षण के लिए इस आश्रम को बचाने का संकल्प लिया है और इसके लिए वे लोगों से आह्वन भी कर रही हैं। राजेंद्र प्रसाद के परिवार के सदस्य मनीष सिन्हा ने बताया कि यह आश्रम बिहार के लिए साबरमती आश्रम की तरह हैं। इसे बचाकर बिहार सरकार अपने गौरवशाली इतिहास को दुनिया के सामने बता सकती हैं।

