नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुक्रवार को पटना पहुंचे, जहां उन्होंने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार है कि नहीं पहले इस पर चर्चा हो जाये। ये जनता की सरकार है, या लाठी डंडे की सरकार है या भ्रष्ट अधिकारियों की सरकार है। क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो होश में हैं नहीं, तो फिर ये सरकार चला कौन रहा है। तेजस्वी यादव ने बीपीएससी परीक्षा के विरोध में छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “बिहार में सरकार कौन चला रहा है? छात्रों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं और कई छात्र अस्पताल में भर्ती हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों के आंसू दिख रहे हैं, लेकिन सरकार इनकी मांगों को मानने को तैयार नहीं है।”
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तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष के नाते उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को छात्रों के मुद्दे पर दो बार पत्र लिखा, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा, “मैंने बीपीएससी परीक्षार्थियों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री को लेटर लिखा, लेकिन उसका जवाब तक नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री न तो सदन में जवाब देते हैं और न ही बाहर। मुझे समझ नहीं आता कि बिहार में सरकार कौन चला रहा है?”
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बीपीएससी परीक्षा के विरोध में तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेपी के शिष्य होने का दावा करते हैं, लेकिन छात्रों के लोकतांत्रिक विरोध को नापसंद करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीपीएससी अपनी गलती मानने से इनकार कर रहा है, खासकर एक सेंटर की परीक्षा रद्द होने के बाद भी बाकी सेंटरों की परीक्षा क्यों नहीं रद्द की गई। उन्होंने सवाल किया कि गड़बड़ी होने पर कितने अधिकारियों पर कार्रवाई की गई और क्यों नार्मलाइजेशन का नियम लागू किया गया।
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इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह ने देश के लिए बहुत कुछ किया है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की, जैसे आईटीआर और मनरेगा। वित्त मंत्री के रूप में उनके कार्यों की सराहना पूरी दुनिया करती है। उनके निधन की खबर सुनकर हम दुखी हैं और उनके परिवार के साथ खड़े हैं।”