राहुल गांधी की दूसरे चरण की यात्रा बिहार में औरंगाबाद से शुरु हो चुका है। औरंगाबाद के बाद सासाराम में पहुंची राहुल की यात्रा में तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। इस यात्रा में तेजस्वी यादव ड्राईवर बने दिखे। तेजस्वी यादव ड्राइविंग सीट पर बैठे थे तो राहुल गांधी बगल की सीट पर बैठे दिखे। राहुल की गाड़ी में ड्राइवर बने तेजस्वी यादव इस के राजनीति में कई मायने निकाले जा रहे है। माना जा रहा है कि बिहार में सत्ता परिवर्तन और नीतीश के महागठबंधन और इंडि गठबंधन छोड़कर जाने के बाद अब बिहार में इंडि गठबंधन की डोर तेजस्वी यादव संभालेंगे।
मोदी के रथ को रोकने के लिए राहुल के सारथी बनेंगे तेजस्वी
राहुल के पहले चरण की यात्रा में नीतीश कुमार के जाने की चर्चा थी लेकिन ठीक उसके पहले नीतीश कुमार ने पाला बदल लिया। ऐसे में ना तो उस रैली में इंडिया गठबंधन के अगुआ नीतीश कुमार ही गए और ना ही तेजस्वी यादव। नीतीश के पाला बदलने के बाद तमाम विपक्षी नेता उनपर हमलावर हुए, लालू परिवार के तमाम सदस्य सिवाए तेजस्वी के। फ्लोर टेस्ट के दौरा 12 फरवरी को तेजस्वी यादव ने सदन में हुंकार भरी, सभी मुद्दें को लेकर नीतीश को घेरा। इसके बाद उनकी भाषण की काफी चर्चा हुई। कांग्रेस नेता ने उनके भाषण की तारीफ करते हुए कहा था कि इस बार बीजेपी के रथ को तेजस्वी रोकेंगे। तेजस्वी ने भी कई बार कहा कि सीएम ने उन्हें भतीजा और बेटा कहा तो इस बार में बिहार में तानाशाह को रोकने का काम उनका भतीजा करेगा। जो झंडा आपने उठाया था अब तेजस्वी यादव लेकर चलेगा। ऐसे में माना जा रहा है कि तेजस्वी का राहुल के साथ मंच साझा करना ड्राइविंग सीट पर बैठकर स्टीयरिंग संभालना आने वाले चुनावों को लेकर मैसेज देने की कोशिश की गई है बिहार में महागठबंधन की कमान तेजस्वी संभालेंगे, इंडि गठबंधन के सबसे बड़े दल कांग्रेस नेता के सारथी भी तेजस्वी होंगे।