जस्वी यादव द्वारा युवाओं के नाम पर किए जा रहे तथाकथित “क्रांतिकारी वादों” पर BJP ने जमकर प्रहार किया है। पार्टी के मीडिया प्रमुख दानिश इकबाल ने तेजस्वी की नीतियों को “चुनावी भ्रम का जाल” बताते हुए कहा कि बिहार का युवा अब राजनीतिक झूठ से परे वास्तविक विकास चाहता है।
“15 साल की विफलता छिपाने के लिए नए सपने”
दानिश इकबाल ने कहा कि तेजस्वी यादव और RJD का 15 साल का शासन बिहार के लिए अंधकारमय दौर था। आज वही लोग ‘युवा आयोग’, ‘डोमिसाइल नीति’ और ‘मुफ्त फॉर्म’ जैसे नारों से युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं। क्या ये वही RJD नहीं, जिसके कार्यकाल में बिहार से सबसे ज्यादा पलायन हुआ? उन्होंने आगे कहा कि आज का युवा जागरूक है। वह जानता है कि ‘दूध-अंडे’ और ‘फराटा अंग्रेजी’ जैसे वादे केवल चुनावी रैलियों तक सीमित हैं।
NDA vs RJD: युवाओं के लिए कौन सच्चा?
BJP नेता दानिश इकबाल ने NDA सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां RJD ने बिहार को माफियाराज और बेरोजगारी की ओर धकेला, वहीं NDA ने युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट, स्टार्टअप फंड, टेक्निकल ट्रेनिंग और रोजगार मेला जैसी ठोस योजनाएं लागू की हैं।
तुलनात्मक विश्लेषण:
मापदंड | RJD (तेजस्वी यादव) | NDA (नीतीश-मोदी सरकार) |
---|---|---|
रोजगार | केवल वादे | 5 लाख+ नौकरियां प्रदान की |
शिक्षा | पेपर लीक की शिकायतें | डिजिटल लाइब्रेरी, आईआईटी/एनआईटी |
स्वास्थ्य | अस्पतालों में भ्रष्टाचार | आयुष्मान भारत, नए मेडिकल कॉलेज |
युवा नीति | घोषणापत्र तक सीमित | स्किल इंडिया, मुद्रा लोन |
“राजनीति भाषणों से नहीं, विश्वसनीयता से चलती है”
दानिश इकबाल ने तेजस्वी यादव पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि आज की राजनीति में केवल भाषण नहीं, क्रेडिबिलिटी मायने रखती है। RJD का नेतृत्व भ्रष्टाचार और अपराधीकरण के दाग से भरा है। क्या बिहार फिर से उसी अराजकता की ओर लौटना चाहेगा?