रांची; मंगल वार को हुई भारी बारिश ने एक और जहाँ धान के खेतों में खुशिया बरसा दी है तो वहीँ कहीं आफत बनकर बिजली भी गिरा दी है. झारखण्ड में हुई झमाझम बारिश के दौरान वज्रपात से अलग अलग मामलो में दस लोगों की मौत हो गयी वहीँ दर्जनों लोग बिजली की चपेट में आकार घायल हो गए हैं. इस प्राकृतिक विपदा को लेकर मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि आने वाले तीन दिन अर्थात तीस जुलाई से एक अगस्त तक राज्य में भारी बारिश होगी और वज्रपात की भी सम्भावना है. बता दें बिजली गिरने से हुई मौत के मामले में छह रांची, दो चतरा और एक-एक लोहरदगा और गुमला के हैं। बता दें रांची में वज्रपात से जिन छह की जान गई उसमें तीन मांडर, दो चान्हो और एक रातू का निवासी था। इधर लोहरदगा में जिस व्यक्ति की मौत हुई वे मनरेगा में सोशल ऑडिटर थे।
वहीँ रांची के मांडर प्रखंड के कैम्बो में वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग घायल हो गए। ये सभी अच्छी बारिश देख धान रोपनी को खेत में चले गये थे. बता दें इसी प्रखंड के बसकी में भी धन रोपनी में लगे एक युवक की मौत हो गई वहीं एक अन्य जख्मी हो गया। इधर, चान्हो के लुंडरी में एक महिला की मौत कि खबर है और दो घायल हो गए। साथ ही इसी थाना क्षेत्र के कंजगी में एक किसान की मौत हो गई। बिजली गिरने से रातू के बिजुलिया में भी एक महिला की जान चली गई।’ बारिश के दौरान बिजली गिरने से गुमला के सदर थाना क्षेत्र की डुमरडीह पंचायत के जाना गांव में भी एक युवक की मौत हो गयी और दो लोग घायल हो गए।
वहीं चतरा के सदर प्रखंड में भी एक युवक और एक महिला की मौत जबकि दो लोग घायल हो गए। इसके साथ ही रांची के आसपास के क्षेत्र मांडर, चान्हो और रातू प्रखंड में अलग-अलग जगहों पर मंगलवार को वज्रपात से छह लोगों की मौत हो गई। वहीं सात लोग घायल हो गए इनमें पांच घायलों का रिम्स में इलाज चल रहा है जबकि दो घायल को चान्हो सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। ये सभी मंगलवार की दोपहर में बारिश होने के बाद खेतों में मेड़ बांधने और धनरोपनी की तैयारी करने अपने-अपने खेतों में पहुंचे थे। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद रिम्स रेफर कर दिया गया है।