विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) ने सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि पाटलिपुत्र की यह धरती सामाजिक न्याय समाजवाद और भागीदारी के लोकतंत्र की साक्ष्य रही है। लोकतंत्र में भागीदारी के अनूरूप जन प्रतिनिधि का चुनाव, लोकतंत्र की मूल आत्मा है। यह भागीदारीकरण सामाजिक न्याय के सिद्धातों के अनुसरणात्मक होनी चाहिए। अम्बेदकर जी के द्वारा संवैधानिक सभा की चर्चाओं से लेकर कपूर्री जी के राजनैतिक जीवन तक यह एक सर्व सम्मत राजनैतिक एवं संवैधानिक सिद्धांत है। जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी भगीदारी हमारे राजधर्म में भी भूतपूर्व समय से समाहित रही है।
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सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व बड़ी जरूरत
मुकेश सहनी ने आगे लिखा है कि मैं इस पत्र के माध्यम से बिहार की रजनीति में सामाजिक न्याय के पितामह जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के विचारों को आज के समयानुकूल पुनः प्रसागिंक बनाने का प्रयत्न करना चाहूँगा। इस क्रम में बिहार विधान परिषद के जनप्रतिनिधियों में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करना आज की बहुत बड़ी जरूरत है। गौरतलब है कि वर्तमान में विधान परिषद में सदस्यों के चुनाव में सामाजिक न्याय व वर्गीक भागीदारी की कोई व्यवस्था नहीं है। अतएव मेरा आपसे नम्न निवेदन है कि समाज के सारे वर्गों को लेकर चलना हम अपनी जिम्मेवारी समझें एवं अविलम्ब बिहार विधान परिषद में आरक्षण बहाल करने की प्रक्रिया प्रारम्भ करने की कूपा करे। इस कार्य हेतु दजनैतिक, सामाजिक व व्यक्तिगत तौर पर मैं और मेरी पार्टी आपके साथ है।