रांची: झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर पुलिस के समक्ष टीपीसी एरिया कमांडर मुनेश्वर गंझू ने आत्मसमर्पण किया। सोमवार को रांची एसएसपी चंदन सिन्हा और सीआरपीएफ के अधिकारियो के समक्ष मुनेश्वर गंझू ने एसएसपी ऑफिस में स्वयं को पुलिस के सुपुर्द किया। मुनेश्वर मूल रूप से हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र के डमारू गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ रांची, हजारीबाग और चतरा जिले के अलग-अलग थाना में कुल 26 मामले दर्ज हैं।
मुनेश्वर कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा था। अपने आत्मसमर्पण के बाद मुनेश्वर ने कहा कि टीपीसी संगठन लेवी वसूलने और शोषण करने में लगी हुई है। यह पार्टी न्याय-अन्याय की बात अब नहीं कर रही है। अपने मूल विचारों से भटक चुकी है। इस पार्टी के शीर्ष नेताओं को सिर्फ लेवी का पैसा चाहिए। टीपीसी संगठन के शीर्ष नक्सली कमांडर नीचे के कमांडरों का शोषण और सिद्धान्त के विपरित कार्य करने और इलाकों के ग्रामीणों को अनावश्यक रूप से लेवी के लिए प्रताड़ित करने के लिए दबाव बनाने का निर्देश देते हैं। नक्सलियों द्वारा की जा रही ग्रामीणों की प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर एरिया कमांडर मुनेश्वर गंझू परिवार के साथ रहकर सामान्य जीवन जीने के लिए पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर रहे हैं। मुनेश्वर ने अपने अन्य नक्सली साथियों से अपील की है कि वे लोग भी झारखण्ड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति का लाभ लेकर हथियार डालें और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें।