रांची: पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में शनिवार की रात पांडेय गिरोह के दो सदस्यों को घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। मृतक दोनों अपराधियों की पहचान पांडेय गिरोह के दीपक साव उर्फ ढोला और भारत पांडेय उर्फ भरत सिंह के रूप में हुई है। वहीं गिरोह के दो सदस्य अंशु सिंह और महावीर सिंह जख्मी बताये जा रहे हैं। सूचना पाकर एसपी रीष्मा रमेशन, एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद, सदर, पाटन, चैनपुर, सतबरवा समेत कई थाने की पुलिस मौके पर पहुंची है। दोनों घायलों को इलाज के लिए एमएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने घटनास्थल से 25 से अधिक खोखा बरामद भी किये हैं। बता दें कि दीपक साव और भरत सिंह झारखंड पुलिस की मोस्टवांटेड की लिस्ट में शामिल थे। एसपी रीष्मा रमेशन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मरने वाले दोनों अपराधी पहले रामगढ़ के पांडेय गिरोह में थे। लेकिन कुछ दिन पहले दोनों गिरोह से अलग हो गये थे और एक अलग गिरोह बनाया था। दोनों ने गिरोह पर हमला भी किया था। एसपी ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आपसी रंजिश में इस घटना को अंजाम दिया गया है। हालांकि पुलिस सभी बिंदुओं की जांच कर रही है। जांच के बाद ही सही कारणों का पता चल पायेगा। पुलिस ने मौके से कई साक्ष्य जुटाये हैं और आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। भरत पांडेय 22 दिसंबर को ही जेल से बाहर निकला था। जानकारी के अनुसार, दीपक साव उर्फ ढोला के बच्चे का जन्मदिन था। इसलिए सभी पलामू के चैनपुर में जमा हुए थे। इसी दौरान उन पर गोलीबारी हुई। पुलिस के अनुसार, दीपक और भरत पर रामगढ़, हजारीबाग और रांची में कई एफआईआर दर्ज है।
डॉ. राजेंद्र प्रताप सिंह को महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार
हिंदी साहित्य के समर्पित साधकों के लिए यह गर्व का क्षण है! महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी ने अपने प्रतिष्ठित...