समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि मुख्यमंत्री विपक्ष के प्रति जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं उस पर तत्काल इस पर प्रभावी रोक लगाने के निर्देश जारी किया जाए। पत्र में लिखा है कि यूपी विधान सभा 2022 के चुनाव प्रचार में सत्तापक्ष भाजपा के मुख्यमंत्री विपक्ष के प्रति जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वह मर्यादित संयत और भद्र भाषा की श्रेणी में नहीं आता है। लोकतंत्र में इस तरह की भाषा का कोई औदित्य नहीं है।
बुल्डोजर चलेगा’ की धमकी
मुख्यमंत्री ने अभी आगरा में 1 मार्च के बाद बुल्डोजर चलेगा’ की धमकी दी। इसके अतिरिक्त वे लगातार समाजवादी पार्ट के नेतृत्व को गुंडा, मवाली, माफिया बता रहे है। मुख्यमंत्रो जी ने 01 फरवरी 2022 को मेरठ में सिवालखास और किठौर की सभाओं में कहा ‘लाल टोपी मतलब दंगाई, हिस्ट्री शीटर। मुख्यमंत्री ने कैराना, मुजफ्फरनगर में कहा जो गर्मी दिखाई दे रहो है, ये सब शांत हो जायेगी “गर्मी कैसे शान्त होगी ! वे लगातार धमकाने वाली माषा बोल रहे है। आप इस बात से सहमत होंगे कि चुनाव प्रचार की गहमागहमी में भी अपने विपक्षी के प्रति शालीन भाषा जो कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है।
सत्तापक्ष द्वारा आदर्श आचार संहिता का उलघंन
पत्र में आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति से तो अमर्यादा भाषा और व्यवहार की कतई उम्मीद नहीं की जाती है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और सत्तापक्ष द्वारा आदर्श आचार संहिता का लगातार उल्लंघन चुनाव की निष्पक्षता एवं स्वतंत्रता दोनों पर गहरा आघात कराता है। समाजवादी पार्टी मांग करती है उत्तर प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्भीक चुनाव संपन्न कराने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के मुख्यमंत्री जी को पद की गरिमा के अनुरूप संयमित मर्यादित और आदर्श आचार संहिता के अनुकूल भाषा के इस्तेमाल के सम्बन्ध में प्रभावी निर्देश तत्काल जारी किया जाए।