उपेंद्र कुशवाहा ने तीसरी बार नई शुरुआत की है। इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने 2005 में राष्ट्रीय समता पार्टी बनाई थी। 2013 में कुशवाहा ने राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बनाई थी। अब एक बार फिर 2023 में उपेंद्र कुशवाहा नई पार्टी बनाई है। उन्होंने नई पार्टी का नाम राष्ट्रीय लोक जनता दल रखा है। इससे पहले सोमवार को जदयू के नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव पेश हुआ। यह प्रस्ताव नई पार्टी के गठन को लेकर है। पार्टी के गठन की जिम्मेदारी उपेंद्र कुशवाहा को देने का प्रस्ताव दिया गया है। इस प्रस्ताव में यह भी शामिल है कि प्रस्तावित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ही होंगे।
उपेंद्र कुशवाहा के प्रेस कांफ्रेंस की बड़ी बातें
- नीतीश कुमार के हाथ में कुछ भी नहीं है।
- नीतीश कुमार ने राजद के पास जदयू को गिरवी रख दिया है।
- सीएम नीतीश से हिस्सा इसलिए नहीं मांगा क्योंकि उनके पास कुछ नहीं है।
- नई पार्टी मुकम्मल बिहार के लिए काम करेंगे
- पार्टी में बहुत सारे लोग इस बात को लेकर चिंतित है की तेजस्वी के आने के बाद क्या होगा बिहार का
- राजद ने बिहार को निचोड़ने का काम किया है।
नीतीश कुमार की विश्वसनीयता पूरी तरह खत्म हो चुकी है। किसी के साथ उनका संबंध नहीं टिकता है।
गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
अब ये बनेगी संभावना
बैठक के राजनीतिक प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि इसकी सूचना उन्होंने सोमवार को ही नीतीश कुमार और ललन सिंह को दे दिया है। जानकार ये भी बता रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा न सिर्फ जदयू छोड़ेंगे बल्कि विधान परिषद की सीट भी छोड़ देंगे। बताया यह भी जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा के जदयू छोड़ने के बाद कई दूसरे नेता भी जदयू छोड़ेंगे।
सांसदों पर सबकी नजर
जदयू के पास लोकसभा में अभी 16 सांसद हैं। चर्चा है कि इसमें से 6 सांसद उपेंद्र कुशवाहा के साथ जा सकते हैं। हालांकि यह बदलाव अभी नहीं होने की संभावना है। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि जदयू के कुछ सांसदों में भी राजद से गठबंधन के बाद असहजता है।