बिहार के पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री व वीआईपी पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) के आवास स्थित जुब्बा सहनी सभागार में जननायक कर्पूरी ठाकुर का पुण्यतिथि मनाया गया। जहां संकल्प महाभियान की शुरूआत हुई। साथ ही वहां अतिपिछड़ा समाज का आरक्षण 18 प्रतिशत से बढ़ा कर 33 प्रतिशत करने की मांग की गई है।
अतिपिछड़ा समाज को हो रहा नुकसान
संकल्प महाभियान की शुरूआत के साथ सहनी ने अतिपिछड़ा समाज के लिए एक खुला पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि बिहार राज्य सामाजिक न्याय के मामले में अग्रणी रहा है। कर्पूरी ठाकुर ने साल 1978 में ही पिछडों और अतिपिछड़ों के हित में आरक्षण लागू किया। उसके बाद कई जातियों को समय-समय पर अतिपिछड़ा वर्ग में जोड़ा गया लेकिन अतिपिछड़ों का कोटा नहीं बढ़ाया गया। सहनी ने आगे पत्र में लिखा है कि शिक्षा, नौकरी या फिर राजनीति हो सभी जगह अतिपिछड़ों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
आरक्षण बढ़ाने की मांग
सहनी ने बताया कि बिहार में अतिपिछड़ा समाज की जनसंख्या पैंतीस प्रतिशत से अधिक है। हमारी मांग है कि जितनी हमारी संख्या है उतनी ही हिस्सेदारी के मुताबिक अतिपिछड़ा समाज के लिए अठारह प्रतिशत आरक्षण को बढ़ा कर 33 प्रतिशत कर देना चाहिए। बिहार सरकार को तमिलनाडु और छतीसगढ़ में लागू 69 प्रतिशत आरक्षण के मुताबिक बिहार में भी आरक्षण बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा अतिपिछड़ा समाज का यह 33 प्रतिशत वाजिब हक है। अतिपिछड़ा समाज के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान के बिना बिहार के सम्पूर्ण विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने लिखा है कि एक अति पिछडा का बेटा होने के नाते इस दर्द को समझता हूं। मैं और मेरी पार्टी अतिपिछड़ा के हक एवं अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। राजनीति तौर पर मेरी पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव, 2020 के बिहार विधान सभा चुनाव और 2022 के यूपी चुनाव में 33 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार अतिपिछड़ा समाज से दिए है और आगे भी हर चुनाव में देगी।
पांच अधिकार रथ रवाना
सहनी के पात्र में उन्होंने आगे लिखा कि मेरी पार्टी का मुख्य उद्देश्य निषाद समाज को एससी/एसटी का आरक्षण दिलाना है। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि राज्य के सभी अतिपिछड़े लोग अपने अधिकार के लड़ाई के लिए एकजुट हो। यह लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं है. यह लड़ाई आपकी भी है। मुझे पूरा भरोसा है कि अपने इस हक की लड़ाई में जरूर सफल होंगे। कर्पूरी संकल्प महाभियान के तहत पांच अधिकार रथ को मुकेश सहनी ने 17 फरवरी, गुरूवार को रवाना किया। यह रथ बिहार के गांव-गांव में पहुंच कर अतिपिछड़े वर्ग में जागरूकता लाने एवं आरक्षण बढाने के लिए समर्थन पत्र लेने का काम करेंगे। मुकेश सहनी ने रथ के अलावा पार्टी के कार्यकर्ताओं को गांव-गांव भेज कर समर्थन पत्र एकत्र करने को कहा।