विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन, बिहार शिक्षा परियोजना और राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, पटना के सयुंक्त तत्वाधान में होटल मौर्या, पटना में “विद्यालय- मानसिक कल्याण एवं उन्नति का स्थल: संवाद एवं चिंतन” विषयक एक दिवसीय परिचर्चा आयोजित की गई।
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कार्यक्रम का शुभारंभ वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन के स्टेट हेड श्री बिनोद कुमार ने सभी आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए किया। परिचर्चा में राज्य के सभी शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय के सेवापूर्व प्रशिक्षुओं के लिए तैयार किए गए माड्यूल “मानसिक स्वास्थ्य एवं भावनात्मक कल्याण” का विमोचन किया गया। यह विमोचन श्रीमती सहिला (भा.प्र.से.), निदेशक, प्राथमिक शिक्षा, बिहार, श्रीमती रश्मि प्रभा, संयुक्त निदेशक, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, श्रीमती लालिमा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, बिहार शिक्षा परियोजना परिषद्, श्रीमती नंदिता भाटला, कंट्री डायरेक्टर, वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन और डा. मोइन, पूर्व निदेशक, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, पटना के संयुक्त प्रयास से किया गया।
आज यह बहुत ज़रूरी है कि जिस प्रकार हम शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ब्यायाम, योग एवं खानपान पर ध्यान देते हैं ठीक उसी प्रकार हमें मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की ज़रुरत है जिससे हम आंतरिक रूप से मज़बूत बने एवमं जीवन की छोटी-मोती चुनौतियों का सामना करते हुए जीवन में आगे बढे I आज के परिपेक्ष्य में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है अगर शिक्षक मानसिक स्वास्थ्य को समझेंगे तो उनकी दृष्टि एवं दृष्टीकोण में बदलाव होगा I
सजिया फातिमा , प्रभारी प्राचार्य , शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के महत्व को रेखांकित किया एवं वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन को धन्यवाद दिया जो विगत 10 वर्षों से निरंतर इस विषय पर कार्य कर रही है एवं शिक्षण एवं प्रशिक्षण के गैप को भरने एवं मज़बूत करने का काम कर रहे है I उन्होंने यह सुझाव दिया की मानसिक स्वास्थ्य को बच्चों के अभिभावक तक पहुँचाना बहुत ज़रूरी है I






















