बक्सर जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत हरिकिशुनपुर मध्य विद्यालय में शुक्रवार को मिड डे मील खाने के बाद करीब 55 छात्र-छात्राएं फूड पॉयजनिंग का शिकार हो गए। भोजन ग्रहण करने के कुछ देर बाद ही बच्चों को सिर दर्द, पेट दर्द और उल्टियां होने लगीं, जिससे विद्यालय परिसर में अफरातफरी मच गई।

शिक्षकों की तत्परता से बीमार बच्चों को तत्काल पास के निजी अस्पतालों और बक्सर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में तैनात चिकित्सकों द्वारा बच्चों को प्राथमिक उपचार दिया गया, जिसमें घोल पिलाने और कुछ समय के लिए निगरानी में रखने की बात कही गई है।
इस मामले पर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. शिव कुमार चक्रवर्ती ने बताया कि, “सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। समय रहते बच्चों को इलाज मिल गया, इसलिए स्थिति गंभीर नहीं हुई। एहतियातन सभी को निगरानी में रखा गया है और जल्द ही उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।”
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घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के अभिभावक अस्पताल और विद्यालय परिसर में जमा हो गए। परिजनों में इस घटना को लेकर खासा आक्रोश देखा गया। उन्होंने मिड डे मील की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि “विद्यालय में प्रतिदिन जो भोजन दिया जाता है, उसकी गुणवत्ता बहुत खराब होती है। बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।”

वहीं कुछ छात्रों और विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार के अनुसार जो खाना बच्चों को परोसा गया तो उसमें छिपकली गिरने की बात सामने आई है। बक्सर सदर प्रखंड के बीडीओ साधु शरण पांडे ने बताया कि जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल के निर्देश पर तत्काल जाच कर विधालय के प्रधानाध्यापक को तत्काल निलंबित कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है।