बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अगले बिहार विधानसभा चुनाव में 220 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। अभी नीतीश कुमार भाजपा के साथ हैं तो यही माना जा रहा है कि वे भाजपा के साथ ही चुनाव लड़कर 220 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं। लेकिन जनसुराज के प्रशांत किशोर का कहना है कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू अगले बिहार विधानसभा चुनाव में 20 सीटें भी नहीं जीत पाएगी।
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के उस बयान पर कटाक्ष किया जिसमें वो अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा कर रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में एनडीए 220 सीटें जीतेगा। इस पर प्रशांत किशोर ने कहा कि जदयू एनडीए के साथ लड़े या महागठबंधन के साथ, अगले चुनाव में उन्हें 20 सीटें भी नहीं मिलेंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि आज अगर बिहार की जनता किसी से सबसे ज्यादा नाराज है तो वो हैं नीतीश कुमार।
प्रशांत ने दावा किया कि “जनता नीतीश के अफसर राज से परेशान है। भाजपा भी जानती है कि नीतीश कुमार आज राजनीतिक बोझ बन चुके हैं और कोई कंधा उन्हें उठा नहीं सकता। लेकिन नियति ने भी ऐसी व्यवस्था बना दी है जिसके चलते भाजपा के लिए मजबूरी हो गई है कि उन्हें अगला चुनाव नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ना होगा और नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा होंगे, जन सुराज पार्टी के लिए इससे अच्छी बात और कुछ नहीं हो सकती।”
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को चुनौती दी है कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो वो अगला चुनाव नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करके लड़े। और अगर ऐसा हुआ तो जो 2020 के चुनाव में जेडीयू के साथ हुआ, वही इस बार जदयू के साथ-साथ बीजेपी के साथ भी होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार के बच्चों की चिंता करने की बजाय भाजपा ने दिल्ली में चंद सांसदों के लालच में बिहार को नीतीश कुमार के हवाले कर दिया। जबकि बीजेपी जानती है कि नीतीश कुमार कुछ नहीं कर रहे हैं। इसलिए अगले चुनाव में जनता जदयू और बीजेपी दोनों को सबक सिखाएगी।