रांची: हेमन्त सोरेन और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन से आज झारखंड विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कक्ष में अंतरराष्ट्रीय संस्था वर्ल्डबीइंग के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी श्री स्टीव लेवेन्थल (यूएसए) ने मुलाकात कर वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन की ओर से आरोहण कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी युवाओं को सशक्त और मजबूत बनाने के साथ उनके कल्याण की दिशा में किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने इस कार्यक्रम के जरिए आश्रम आवासीय विद्यालयों में शिक्षकों और विद्यार्थियों में आए सकारात्मक बदलावों को भी मुख्यमंत्री के साथ साझा किया। मुख्यमंत्री ने इस अंतरराष्ट्रीय संस्था द्वारा इस राज्य के आदिवासी समाज के उत्थान और विकास के लिए किए जा रहे कार्यों को विस्तार से जाना और उसकी सराहना की।इस मौके पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार भी मौजूद थे।
आदिवासी युवाओं को हर लिहाज से मजबूत बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है। इस राज्य की आदिवासी युवा पीढ़ी को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक सहित अन्य सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ाने की दिशा में हमारी सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है उन्होंने कहा कि इसमें विभिन्न संस्थाओं का सहयोग काफी कारगर साबित हो सकता है । सरकार सभी के सकारात्मक सहयोग से इस राज्य को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की जरूरत
वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन की झारखंड प्रभारी श्रीमती सुनीता मुंडा ने इस संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देने के क्रम में कहा कि यहां के आदिवासी युवाओं में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है। विपरीत परिस्थितियों से भी वे लड़ने की पूरी क्षमता रखते हैं। लेकिन, मानसिक रूप से उन्हें थोड़ा मजबूत बनाने की जरूरत है। ऐसे में यह संस्था अपने आरोहन कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी युवाओं को मानसिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने भी कहा कि आदिवासी युवा मानसिक रूप से कैसे मजबूत हों, इसमें सरकार आपके द्वारा किए गए कार्यों का गहराई से आकलन कर आगे बढ़ेगी।
आरोहण को शिक्षा के मुख्य प्रणाली से जोड़ने की जरूरत
वर्ल्डबीइंग इंडिया फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री को बताया कि यह संस्था आरोहण के जरिए बिहार की शिक्षा व्यवस्था के साथ जुड़कर काम कर रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में भी आरोहण को शिक्षा के मुख्य प्रणाली मैं कैसे शामिल किया जाए, इसके लिए सरकार गंभीरता से विचार करेगी। इस दिशा में झारखंड के शिक्षकों एवं अधिकारियों की टीम को बिहार में आपके द्वारा किए गए कार्यों को देखने के लिए भेजा जाएगा।