रांची: कांके थाना क्षेत्र में हुए चर्चित अनिल महतो उर्फ अनिल टाइगर हत्याकांड का रांची पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मामले में पुलिस ने जमीन विवाद के चलते की गई साजिशन हत्या की पुष्टि करते हुए अब तक 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। मुख्य साजिशकर्ता रांची के किशोरगंज निवासी देवव्रत नाथ शाहदेव बताए जा रहे हैं, जिन्होंने विवादित जमीन पर कब्जे में बाधा बनने पर सुपारी देकर हत्या करवाई थी।
क्या है मामला?
26 मार्च 2025 को कांके चौक पर अज्ञात हमलावरों ने अनिल टाइगर को दिनदहाड़े गोली मार दी थी। उनकी पत्नी लता देवी के बयान पर कांके थाना में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक रांची ने एक विशेष अनुसंधान टीम गठित की।
जमीन विवाद से उपजा हत्याकांड
जांच के दौरान सामने आया कि अनिल महतो और देवव्रत नाथ शाहदेव के बीच चामगुरु मौजा की करीब 10 एकड़ जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। अनिल महतो ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिलकर जमीन पर अवैध कब्जे का विरोध किया था। इससे शाहदेव न केवल नाराज़ थे बल्कि आर्थिक नुकसान से भी परेशान थे।
नहीं बनी बात, फिर बनी साजिश
दिसंबर 2023 में दोनों पक्षों के बीच एक समझौते की कोशिश भी हुई थी, जिसमें अनिल टाइगर ने प्रति डिसमिल ₹50,000 की दर से मुआवजा मांगा था। वार्ता विफल होने पर मामला और गरमाया। बाद में जब शाहदेव ने सांसद निधि से सड़क निर्माण के बहाने जमीन पर कब्जे की कोशिश की, तो अनिल टाइगर ने उसका विरोध किया और कार्यक्रम को रद्द करवा दिया।
सुपारी किलिंग की पटकथा
शाहदेव ने अनिल टाइगर को रास्ते से हटाने के लिए अपराधी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा को सुपारी दी। सिन्हा ने हत्या की योजना कोलकाता में बनाई और अमन सिंह व रोहित वर्मा जैसे शूटरों को शामिल किया। पुलिस ने बताया कि हत्या की एवज में ₹2 लाख की रकम तय हुई थी, जिसमें से ₹50,000 का भुगतान UPI ट्रांजैक्शन से किया गया।
कैसे अंजाम दी गई वारदात?
18 से 26 मार्च तक शूटरों ने अनिल टाइगर की रेकी की। 26 मार्च को अनिल टाइगर जब अपने स्कॉर्पियो से निकले तो शूटरों ने पीछा करते हुए कांके चौक के पास उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया। वारदात में इस्तेमाल लाल रंग की TVS अपाची बाइक और हथियार भी बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी भूमिका:
- अमन सिंह – मुख्य शूटर, जिसने गोली चलाई।
- रोहित वर्मा – वारदात में शामिल, बाइक और हथियार की व्यवस्था की।
- जिसान अख्तर उर्फ जिसु – पिस्टल छिपाने और योजना में सहयोग।
- मनीष चौरसिया – हत्या में इस्तेमाल बाइक को छिपाने व पैसों की लेन-देन में सहयोग।
- अजय कुमार रजक उर्फ गोलू – अनिल टाइगर की रेकी में संलिप्त।
बरामदगी:
- 4 एंड्रॉइड स्मार्टफोन
- Honda Shine बाइक (संख्या: JH01DE6875)
मुख्य आरोपी का आपराधिक इतिहास:
- रोहित वर्मा और अमन सिंह पहले भी हत्या, रंगदारी, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामलों में नामजद रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई जारी
पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता देवव्रत नाथ शाहदेव और अभिषेक सिन्हा की तलाश जारी है। पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
रांची पुलिस के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, जिसने जमीन विवाद जैसे पुराने झगड़े में हुई साजिशन हत्या का पर्दाफाश कर राज्य भर में बढ़ती सुपारी किलिंग की प्रवृत्ति पर करारा प्रहार किया है।