बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। एनडीए के घटक दल हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने खुलकर नाराज़गी जताते हुए गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मांझी ने पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और सीट बंटवारे को लेकर बड़ा बयान देकर सियासी तापमान बढ़ा दिया है।
बीस सूत्री में ‘हम’ की अनदेखी, मांझी का सीधा सवाल: “क्या हम एनडीए में हैं भी?”
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में जीतन राम मांझी ने कहा कि पार्टी के विधायकों वाले प्रखंडों में भी बीस सूत्री समिति में उनकी पार्टी को प्रतिनिधित्व नहीं मिला। उनका कहना था कि यह सिर्फ उपेक्षा नहीं, बल्कि संबंधों की गंभीर दरार का संकेत है।
“भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और जदयू के नेता अशोक चौधरी से इस मुद्दे पर बात करूंगा। हमसे पूछा जाए, क्या हम वाकई एनडीए में हैं?” – जीतन राम मांझी
फिर दोहराई 35-40 सीटों की मांग, अमित शाह से किया गया वादा भी याद दिलाया
मांझी ने पुरानी बातों को भी दोहराया और गृह मंत्री अमित शाह से हुए कथित वादे की याद दिलाई। उन्होंने बताया कि शाह ने दो लोकसभा और एक राज्यसभा सीट देने की बात की थी, लेकिन मिला केवल एक लोकसभा सीट। यह मुद्दा अब चुनाव से ठीक पहले फिर गरमाया है।
“अगर हम 35-40 सीटों पर लड़ेंगे, तो कम से कम 20 सीटें जीतेंगे। इसलिए हमें इतनी सीटें मिलनी चाहिए।” – मांझी का दावा
‘हम सेना’ के गठन का ऐलान
जीतन राम मांझी ने कहा कि बहुत जल्द “हम सेना” का गठन किया जाएगा। यह संगठनात्मक रणनीति साफ तौर पर यह दर्शाती है कि पार्टी अब मजबूत जनाधार को दिखाकर राजनीतिक दबाव बनाने की तैयारी में है। साथ ही ऐसी सीटों का चयन किया जा रहा है जहां पार्टी चुनाव लड़ सकती है।
कस्बा विधानसभा सीट पर ठोंका दावा, राजेंद्र यादव होंगे प्रत्याशी
पूर्णिया की चुनावी सभा में मांझी ने कस्बा विधानसभा सीट पर दावा ठोंकते हुए कहा कि इस सीट से हमेशा ‘हम’ पार्टी लड़ती रही है और इस बार भी एनडीए को यह सीट देनी चाहिए। उन्होंने राजेंद्र यादव को वहां से संभावित प्रत्याशी बताया।