भारत का प्रमुख भूमिगत नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के केंद्रीय कोर कमेटी के सदस्य मिथिलेश मेहता जिनके अन्य नाम है जैसे (मिथलेश महतो, रोहित, अभिषेक, भिखारी, गेहूं दा) को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है। वहीं गया जिला के आमस थाना क्षेत्र नक्सली (Naxalite) की गिरफ्तारी से हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस को इसकी कई दिनों से तलाश थी।
स्पेशल टीम का हुआ गठन
वहीं नक्सली के गिरफ्तारी के संबंध में गया के एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली मिथिलेश मेहता झारखंड के बूढ़ा पहाड़ से गया इलाज करवाने आ रहा है। इस सुचना के मिलते ही एक स्पेशल टीम बनाई गयी। इस स्पेशल टीम में गया और औरंगाबाद पुलिस के अलावा सीआरपीएफ और कोबरा की टीम को शामिल किया गया। जिसके बाद पुलिस को अलग अलग टुकड़ियों में बंटकर गया और औरंगाबाद सीमा क्षेत्र पर तैनात किया गया।
गिरफ्तार नक्सली पर अन्य मामले दर्ज
पुलिस चेक्किंग के दौरान आमस थाना क्षेत्र के डेल्हो-महापुर सड़क पर एक व्यक्ति को आशंकाओं के आधार पर रोक-कर पूछताछ की गई। वहीं पूछताछ से पता चला कि यह वही नक्सली है, जिसकी पुलिस को तलाश है। बता दें कि गिरफ्तार नक्सली मिथिलेश मेहता औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र स्थित विष्णुपुर खैरा गांव के रहने वाले है। पुलिस को इसकी तलाश कई कांडों में थी। पुलिस ने बताया कि मिथिलेश मेहता साल 1989 में नक्सली संगठन में शामिल हुआ था और साल 2004 में यह भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी का सदस्य बना। साल 2001 में झारखंड के रंका थाना क्षेत्र में पुलिस और माओवादियों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी जिसमें वह शामिल था। जिस कारण साल 2007 में उसे गिरफ्तार कर कारावास भेज दिया गया था।