न्यू यॉर्क : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने बयानों से सनसनी मचा दी है। ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को साल 2020 में मार दिया गया था और उनकी जगह एक रोबोट ने ले ली है। इस अजीबोगरीब कॉन्सपिरेसी थ्योरी को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर शेयर किया, जिसके बाद यह दावा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
ट्रंप ने रविवार देर रात ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा था, “कोई जो बाइडेन नहीं है। उन्हें 2020 में मार दिया गया। आप लोग जो देख रहे हैं, वह दरअसल बाइडेन के क्लोन, बॉडी डबल्स और रोबोटिक इंजीनियर्ड चीजें हैं। डेमोक्रेट्स को उनके बीच का अंतर नहीं पता।” इस पोस्ट को ट्रंप के समर्थकों ने भी बढ़ावा दिया, जिसमें कुछ ने बाइडेन की पुरानी और हालिया तस्वीरों की तुलना करते हुए दावा किया कि उनके हाव-भाव और शारीरिक बनावट में अंतर है। एक यूजर ने तो यह भी कहा कि बाइडेन की आंखों का रंग नीले से काला हो गया है।
हालांकि, इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं है। यह पहली बार नहीं है जब बाइडेन को लेकर ऐसी अफवाहें उड़ी हों। साल 2021 में एक 8 घंटे के फेसबुक वीडियो में दावा किया गया था कि बाइडेन “कंप्यूटर जेनरेटेड” हैं। इसके अलावा, ट्रंप के समर्थकों ने पहले भी 2020 के चुनाव को “मिलिट्री-ग्रेड कूप” करार देते हुए इसे चुराया हुआ बताया था, जो कि पूरी तरह से निराधार साबित हो चुका है।
यह दावा ऐसे समय में आया है जब हाल ही में जो बाइडेन को प्रोस्टेट कैंसर का पता चला है। मई 2025 में बाइडेन के ऑफिस ने घोषणा की थी कि उन्हें ग्लिसन स्कोर 9 के साथ आक्रामक प्रोस्टेट कैंसर है, जो कैंसर के सबसे उच्च जोखिम वाले समूह (ग्रेड ग्रुप 5) में आता है। इसके बावजूद, बाइडेन ने इस बीमारी को हराने की उम्मीद जताई है। ट्रंप ने भी बाइडेन के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए उनके जल्द ठीक होने की कामना की थी। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा था, “मेलानिया और मैं जो बाइडेन के हाल के रोग के बारे में सुनकर दुखी हैं। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”
ट्रंप का यह बयान उनके पुराने पैटर्न को दर्शाता है, जहां वह अक्सर विवादित और बेबुनियाद कॉन्सपिरेसी थ्योरीज को बढ़ावा देते रहे हैं। पहले भी ट्रंप ने 2020 के चुनाव को लेकर कई झूठे दावे किए हैं, जिसमें “2,000 म्यूल्स” नामक कॉन्सपिरेसी थ्योरी को 8 बार दोहराया गया, जो बाद में गलत साबित हुई। इसके अलावा, ट्रंप ने मेल-इन वोटिंग को लेकर भी डेमोक्रेट्स पर “बैलट हार्वेस्टिंग” और “बैलट स्टफिंग” जैसे आरोप लगाए हैं।
जो बाइडेन, जो अब 82 साल के हैं, ने पिछले साल उम्र से जुड़ी आलोचनाओं के बाद 2024 का राष्ट्रपति चुनाव न लड़ने का फैसला लिया था। अब उनके स्वास्थ्य और इस ताजा कॉन्सपिरेसी थ्योरी ने एक बार फिर उन्हें सुर्खियों में ला दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के बेबुनियाद दावे न केवल जनता को गुमराह करते हैं, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी और तनावपूर्ण बनाते हैं।