Bihar Politics: बिहार की राजनीति शुक्रवार को एक बार फिर विकास बनाम सवाल-जवाब के बीच सिमट गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के मोकामा के औंटा से बेगूसराय के सिमरिया तक गंगा नदी पर बने छह लेन पुल का भव्य उद्घाटन किया। इस पुल का निर्माण आधुनिक एक्स्ट्रा डोजेज स्टे केबल ब्रिज तकनीक से किया गया है, जिसका आकर्षक डिज़ाइन देखकर खुद प्रधानमंत्री भी प्रभावित नजर आए। यह पुल न सिर्फ यातायात और व्यापार को नई गति देगा, बल्कि उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क को और सुगम बनाएगा।
बेगूसराय में पीएम मोदी ने औंटा-सिमरिया पुल का किया उद्घाटन.. सीएम नीतीश भी साथ
लेकिन उद्घाटन के बीच ही विपक्षी राजनीति ने मोर्चा खोल दिया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पुल की निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री पर सीधा तंज कसा। उन्होंने कहा कि बिहार में हाल के वर्षों में कई पुल गिरे हैं, जिनमें निर्माणाधीन और नए बने पुल भी शामिल हैं। ऐसे में इस गंगा पुल पर भी भरोसा करना जनता के लिए जोखिम भरा हो सकता है। तेजस्वी ने व्यंग्य करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को केवल चार बार रिबन काटने तक सीमित न रहकर पुल पर एक चेतावनी बोर्ड भी लगाना चाहिए जिसमें लिखा हो कि “यह पुल इस्तेमाल करना जनता की अपनी जिम्मेदारी होगी, क्योंकि NDA सरकार के कार्यकाल में पुल गिरने का रिकॉर्ड रहा है।”
तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि जनहित में प्रधानमंत्री मोदी जी से मेरी अपील है कि सिर्फ़ पुल का चार बार रिबन ना काटे बल्कि एक बड़ा वैधानिक चेतावनी बोर्ड पुल के दोनों तरफ़ लगवाएं जिस पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा हो कि “इस पुल का प्रयोग हर इंसान अपने जोखिम पर करे क्योंकि हमारी NDA सरकार का पुल गिरने का विश्व रिकॉर्ड है और हमारी सरकार में पुल निर्माण में अरबों करोड़ का कितना भ्रष्टाचार होता है ये बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है। ऐसे में कल को ये पुल भी गिर सकता है, कृपया अपनी जिम्मेदारी पर पुल पार करें”






















