जेडीयू मंत्री अशोक चौधरी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। उनका कहना है कि कांग्रेस का बिहार में लगातार कमजोर होना लालू प्रसाद यादव के साथ गठबंधन का नतीजा है और राहुल गांधी बार-बार वही गलती दोहरा रहे हैं।
अशोक चौधरी ने कहा कि “इतिहास उठाकर देख लीजिए, जिस दिन से सीताराम केसरी ने लालू प्रसाद यादव से गठबंधन कराया, उसी दिन से कांग्रेस बिहार में पूरी तरह हाशिए पर चली गई। राहुल गांधी भी अब उसी रास्ते पर हैं।” उन्होंने तंज कसते हुए याद दिलाया कि राहुल गांधी ने कभी लालू प्रसाद यादव के लिए संसद में अमेंडमेंट बिल फाड़ दिया था और आज उन्हीं के साथ सत्ता पाने की कोशिश कर रहे हैं।
जेडीयू मंत्री ने बिहार की जनता की राजनीतिक समझ को रेखांकित करते हुए कहा कि जब राजीव गांधी की ऐतिहासिक रैली गांधी मैदान में हुई थी, तब लाखों लोग जुटे थे, लेकिन विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। उनके मुताबिक, जनता केवल भीड़ से प्रभावित नहीं होती बल्कि काम और ईमानदारी को महत्व देती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस बीते 20 वर्षों से लालू प्रसाद यादव के साथ रहते हुए 20 सीटों का आंकड़ा पार नहीं कर पाई, जबकि नीतीश कुमार के साथ रहते हुए 27 सीटें हासिल कर चुकी थी।
तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार अपने सहयोगियों के साथ ईमानदार रहते हैं, लेकिन तेजस्वी यादव गठबंधन की मर्यादा नहीं निभाते। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “जिस छलनी में 72 छेद हैं, वह दूसरों पर क्या आरोप लगाएगी।”
वोटर अधिकार यात्रा बनाम एनडीए सम्मेलन पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगाना है, जबकि एनडीए हर साल अपना कार्यकर्ता सम्मेलन करता है और चुनाव के समय जनता के बीच काम करता है।






















