पटना के मनेर से गुरुवार को सामने आई एक घटना ने पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है। 10 वर्षीय बच्ची का शव गांव के आम के बगीचे में संदिग्ध हालत में पेड़ से लटका मिला। बताया जा रहा है कि बच्ची का शव घुटनों तक पानी में पड़ा था और उस पर अत्याचार की आशंका जताई जा रही है। घटना स्थल से जो तस्वीरें और विवरण सामने आए हैं, वे न केवल दिल दहला देने वाले हैं बल्कि प्रशासनिक संवेदनहीनता पर भी गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी निर्मम हत्या की गई और शव को पेड़ से लटका दिया गया। शव को पॉलीथिन में लपेटकर बांस से बांधे जाने जैसी अमानवीय क्रूरता ने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया है। यही नहीं, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी उजागर हुई जब शव को उठाने के लिए स्ट्रेचर या शव वाहन तक उपलब्ध नहीं कराया गया।
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इस घटना पर विपक्ष ने नीतीश कुमार सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “यह उस कुशासन की बानगी है, जिसमें बिहार रोज शर्मसार होता है। पिछले 20 वर्षों में राज्य अपराध और घटनाओं का केंद्र बन चुका है, लेकिन सरकार और मंत्री वर्ग संवेदनहीन बने बैठे हैं।” तेजस्वी यादव ने लिखा है कि पटना जिले के मनेर में 10 साल की मासूम, निर्दोष व प्यारी सी बच्ची के साथ शराबबंदी वाले बिहार में सरकारी नशेड़ियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। फिर बच्ची की वीभत्स व नृशंस हत्या की। फिर शव को पानी में डूबाकर कर पेड़ से लटकाया। फिर शव को घृणास्पद तरीके से पॉलीथिन में लपेटा। फिर अमानवीय तरीके से शव को बांस में बांधा गया। फिर मृत स्वास्थ्य विभाग ने स्ट्रेचर और शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया। असंवेदनशील स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कोई व्यक्तव्य नहीं दिया। अचेत और बेसुध मुख्यमंत्री को कोई जानकारी नहीं। गोदी मीडिया के लिए कोई खबर नहीं।
वहीं उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह सरकार की विफलता का जीता-जागता सबूत है। पटना जिले के मनेर में 10 साल की मासूम, निर्दोष व प्यारी सी बच्ची के साथ शराबबंदी वाले बिहार में सरकारी नशेड़ियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। फिर बच्ची की वीभत्स व नृशंस हत्या की। फिर शव को पानी में डूबाकर कर पेड़ से लटकाया।फिर शव को घृणास्पद तरीके से पॉलीथिन में लपेटा। फिर अमानवीय तरीके से शव को बांस में बांधा गया। फिर मृत स्वास्थ्य विभाग ने स्ट्रेचर और शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया असंवेदनशील स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कोई व्यक्तव्य नहीं दिया। अचेत और बेसुध मुख्यमंत्री को कोई जानकारी नहीं। गोदी मीडिया के लिए कोई खबर नहीं।






















