राज्य में शराबबंदी को सख्ती से लागु करवाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एड़ी-छोटी का दम लगा दिया है। एक तरफ ड्रोन से शराब के ठिकानों की खोज की जा रही है तो कही शिक्षकों को शराबियों का पता बताने को कहा गया। हालांकि इसके बावजूद बिहार में शराब तस्करी और जमाखोरी के मामले कम नहीं हो रहे। इसी क्रम में एक मामला पटना से सामने आया है। जहां शराब के खिलाफ उत्पाद विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है। वहीं शराब के साथ सॉफ्टवेयर कंपनी के CEO को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
छापेमारी में मिली शराब
बता दें कि उत्पाद विभाग ने सॉफ्टवेयर कंपनी के सीईओ अभिषेक कुमार उपाध्याय को हिरासत में लिया है। अभिषेक पर शराब पीने और छुपाकर रखने के आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर राजीव नगर, आशियाना स्थित मुंडेश्वरी एनक्लेव अपार्टमेंट, डी ब्लॉक के फ्लैट नंबर-505 में छापेमारी की। वहीं छापेमारी के वक्त सीईओ अभिषेक कुमार नशे की हालत में पाए गए। जब टीम ने पुरे फ्लैट की तलाशी ली तो वहां से एक लीटर शराब मिली। बता दें कि अभिषेक ने सॉफ्टड्रिंक की बोतल में शराब छिपाकर रखी थी।
विपक्ष का है पूरा ध्यान
दरअसल मध निषेध कानून को लेकर विपक्ष सत्ताधरी सरकार पर हमेशा हमलावर रही है। वहीं विपक्ष की तरफ से शराबबंदी पर हमेशा सवाल उठाए गए है। इससे मद्देनजर रखते हुए शराब पीने वालों के लेकर सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जिसमें शराब पीने वालों जेल नहीं होगी। उन्हें केवल शराब कारोबारियों की पता बताना है। साथ ही शराब कारोबारियों की गिरफ़्तारी होने पर शराब पीने वालों को सरकार क़ानूनी रूप से मदद भी करेगी।