कहते हैं प्यार में सब कुछ जायज है, प्यार ऐसा अंधा होता है जो जात-पात कुछ भी नहीं देखता है। ऐसा ही मामला नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना क्षेत्र के छितरबिगहा में पंचायत चुनाव के दौरान हुआ जहां नेता जी अपना दिल एक युवती को दे बैठे। उन पर प्यार का ऐसा भुत चढ़ा कि वह युवती को लेकर फरार हो गए। जिसके बाद दोनों को युवती के परिजनों ने पकड़ लिया और उसके बाद गांव वालों की मौजूदगी में मंदिर में उनकी शादी करा दी गई।
प्यार में आंखे हुई चार
दरअसल, पंचायत चुनाव के दौरान युवक रविकांत रविदास सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे थें। चुनाव प्रचार के दौरान गांव की एक युवती काजल से आंखे चार हो गयी। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों में बातचीत होने के बाद चोरी छिपे मिलने का सिलसिला शुरू हुआ। इस बात का पता जब युवती के परिजन को लगा तो मिलने और बातचीत पर पाबंदी लगा दी।
पटना में एक साथ दोनों पकड़े गए
इसके बावजूद भी दोनों मौका पा कर मिला और बातचीत किया करते थे। पाबंदी बढ़ने पर दोनों साथ जीने मरने का इरादा कर घर से भाग गए। इस बात का पता जब युवती के परिजन को लगा तो खोजबीन करते हुए पटना में एकसाथ दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद परिजन युवती को घर ले जाने का प्रयास किया पर दोनों गांव नहीं जाने की जिद्द करने लगे। काफी मनाने के बाद गांव जाने को तैयार हुए। इधर गांव वाले भी तैयार थें। गांव पहुंचते हीं मंदिर में दोनों की शादी करा दी गई। जिसके बाद दोनों सदा के लिए एक हो गए। हालांकि नेता जी चुनाव तो नहीं जीत पाए पर अपना प्यार पाने में सफल रहे।