[Team Insider]: मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Governor Satya Pal Malik) का एक वीडियों सोशल मीडिया पर वारयल हो गया है। वे उस वीडियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को भला-बुला कह रहे हैं। उनके वायरल वीडियो (Viral Video) पर कांग्रेस (Congress) और एआएमआईएम (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत कई राजनीतिक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर रहे हैं।
पीएम सच्चाई सुनना पसंद नहीं करते – ओवैसी
AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कहा कि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी नाराज हो गए क्योंकि मलिक ने कृषि कानूनों के कारण 500 से अधिक किसानों की मौत की बात कही। यह साबित करता है कि पीएम राज्यपाल से भी सच्चाई नहीं सुनना चाहते, जनता की तो बात ही छोड़िए। वह सिर्फ प्रशंसा सुनना चाहते हैं।
सत्य पाल मलिक के वीडियो पर कांग्रेस ने पीएम के गुण पर उठाया सवाल
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो पर कांग्रेस पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है। उस वीडियो क्लिप का हवाला देते हुए जिसमें राज्यपाल को कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक अहंकारी व्यक्ति कहते हुए देखे जा सकते हैं। कांग्रेस ने कहा कि यह “लोकतंत्र में चिंता का कारण” है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए सत्यपाल मलिक का वीडियो
सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहे वीडियो में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक किसानों के विरोध को लेकर पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बोलते नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने उस वीडियो को भी ट्वीट किया जिसमें सत्यपाल मलिक प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह के बारे में अनर्गल बातें कर रहे हैं।
सत्यपाल पहले से ही मोदी पर मुखर हो कर बोलते रहे हैं
सत्यपाल मलिक एक मुखर व्यक्ति रहे हैं और हाल के दिनों में वह प्रधानमंत्री के खिलाफ आक्रामक रहे हैं। सत्य पाल मलिक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे जब राज्य का विभाजन हुआ। सत्यपाल मलिक को राज्यपाल के रूप में गोवा भेजा गया और उसके बाद उन्हें मेघालय का गवर्नर बनाया गया।
उमर अब्दुल्ला बोले मलिक उसी हाथ को काट रहे जिसने उसे खिलाया
इस बीच, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह आदमी जम्मू-कश्मीर में उनका कुटिल आदमी था और अब वह उस हाथ को काट रहे हैं जिसने उसे खिलाया है। जम्मू-कश्मीर के लोग मलिक की अविश्वसनीयता को प्रमाणित कर सकते हैं।
मुझे पद छोड़ने में एक मिनट भी नहीं लगेगा
नवंबर में सत्य पाल मलिक ने किसानों के विरोध के दौरान मेघालय के राज्यपाल के पद से हटने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में नेता “कुत्ते के मरने पर भी” शोक व्यक्त करते हैं, लेकिन किसानों की मौतों के बारे में “परवाह नहीं” करते हैं। उन्होंने कहा था कि दिल्ली में “दो या तीन” नेताओं ने उन्हें राज्यपाल बनाया है। उन्होंने यह भी कहा था कि “जिस दिन वे मुझे बताएंगे कि उन्हें कोई समस्या है और मुझे छोड़ने के लिए कहेंगे, मैं एक मिनट भी नहीं लूंगा।”