पटना के फुलवारी शरीफ स्थित पटना एम्स में विधायक चेतन आनंद और डॉक्टरों के बीच हुए विवाद का असर लगातार चौथे दिन भी देखने को मिला। जूनियर और रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रही, जिससे ओपीडी और आईपीडी सेवाएं पूरी तरह से ठप रहीं।
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हड़ताल खत्म कराने के लिए पटना एम्स के निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टरों से वार्ता करते रहे और कई आश्वासन भी दिए, लेकिन हड़ताल पर गए डॉक्टर इस बात पर अड़े रहे कि जब तक उन पर दर्ज कथित झूठा मुकदमा वापस नहीं लिया जाता, तब तक वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।
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निदेशक डॉ. सौरभ वार्ष्णेय ने कहा कि एम्स परिसर में वीआईपी आगमन को लेकर प्रोटोकॉल की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके बावजूद रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उन पर दर्ज झूठा मुकदमा वापस नहीं लिया जाता, तब तक वे हड़ताल वापस नहीं लेंगे।
इस पर निदेशक ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में सरकार से वार्ता की जाएगी और कहा जाएगा कि मुकदमा झूठा है, जिसे वापस लिया जाए ताकि एम्स में कार्यरत डॉक्टर सम्मान और पूरी निष्ठा से मरीजों की सेवा कर सकें। फिर भी डॉक्टर मानने को तैयार नहीं हुए।






















