अलीगढ़: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी की राजनीति को नकारात्मक और नफरत से भरा करार देते हुए कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए लोगों का ध्यान भटकाने वाले फैसले लेती है।
एएनआई को दिए एक बयान में अखिलेश यादव ने कहा, “बीजेपी का रास्ता नफरत भरा है। उनकी राजनीति नकारात्मक है। जब-जब उन्हें अपनी नाकामी छुपानी होती है, वे ऐसा फैसला लेते हैं जिससे लोगों का ध्यान बंट जाए। सरकार लगातार विपक्ष को कमजोर करने और दबाने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी पर भी चिंता जताई और कहा, “आज देश में महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन सरकार इस पर ध्यान देने के बजाय दूसरी दिशा में ले जाना चाहती है।”
इस दौरान अखिलेश यादव अपनी पार्टी की पारंपरिक लाल टोपी पहने नजर आए, जो समाजवादी पार्टी की पहचान है। यह टोपी 1934 में पटना में आयोजित पहले समाजवादी सम्मेलन से पार्टी के नेताओं द्वारा अपनाई गई थी और बदलाव का प्रतीक मानी जाती है। अखिलेश ने पहले भी बीजेपी पर इस टोपी को लेकर तंज कसते हुए कहा था कि बीजेपी नेता इसके महत्व को नहीं समझ सकते।
अखिलेश यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दल लगातार बीजेपी पर आर्थिक मुद्दों को नजरअंदाज करने और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं। हाल के दिनों में सपा और कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों ने बीजेपी के खिलाफ एकजुटता दिखाई है, जैसा कि 2024 में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान अखिलेश के आगरा में शामिल होने से स्पष्ट हुआ था।
उनके इस बयान पर बीजेपी की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने उनके बयान की आलोचना की है। एक यूजर ने ट्वीट कर कहा, “जिस आदमी को गोबर से दुर्गंध आती हो, उसकी हर बातों में हमें दुर्गंध आती है।”
यह बयान 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अखिलेश यादव के बीजेपी पर किए गए हमलों की कड़ी में एक और कदम माना जा रहा है, जहां उन्होंने पहले भी सरकार पर स्वास्थ्य, वैक्सीन और आर्थिक नीतियों को लेकर सवाल उठाए थे।