बगहा जिले में जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय का अलग अंदाज देखने को मिला, जब वे बाइक से ही सरकारी कार्यालयों और विकास कार्यों की हकीकत जानने निकल पड़े। डीएम को बाइक पर देखकर सरकारी महकमों में हड़कंप मच गया। अधिकारी और कर्मचारी अचानक औचक निरीक्षण से सकते में आ गए।
दरअसल, बतौर जिलाधिकारी अपने दो साल का कार्यकाल पूरा कर चुके दिनेश कुमार राय अब एक्शन मोड में आ गए हैं। बिना किसी पूर्व सूचना के उन्होंने जिले के दियारा इलाकों में विभिन्न सरकारी योजनाओं की जांच शुरू कर दी। वे खुद गंडक पार के पिछड़े इलाकों में पहुंचे और पीडीएस, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों तथा अन्य सरकारी दफ्तरों में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उनकी इस अप्रत्याशित कार्रवाई से कई लापरवाह अधिकारियों और कर्मियों में खलबली मच गई।
डीएम ने गंडक नदी के किनारे बरसात से पहले किए जा रहे एंटीरोजन कार्यों का भी निरीक्षण किया और जहां भी कमियां दिखीं, वहां सुधार के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने ठकराहा और बैरिया प्रखंड क्षेत्र के गंडक दियारावर्ती अति पिछड़े इलाकों का भी दौरा किया, जहां पहली बार कोई आईएएस अधिकारी बाइक से विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचा है।
निरीक्षण के दौरान डीएम राय ठकराहा प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां की स्थिति दयनीय पाई गई। अस्पताल में दो डॉक्टर ड्यूटी से नदारद मिले। इस पर डीएम ने सख्त कदम उठाते हुए डॉक्टर परवेज और डॉक्टर धीरज सौरव को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया और अगले आदेश तक उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया। इस फैसले से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
डीएम दिनेश कुमार राय की इस त्वरित कार्रवाई से सरकारी कार्यालयों में हड़कंप है और लापरवाह अधिकारियों में खौफ का माहौल है। उनकी इस शैली को लेकर जिले में चर्चा जोरों पर है, वहीं आम जनता उनकी इस सख्ती से खुश नजर आ रही है।