सीएम नीतीश ने राज्य के युवाओं के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि नवंबर में नई सरकार बनने के बाद से ही युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार दिलाना सरकार की पहली प्राथमिकता रही है। इसी कड़ी में अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इस राशि का उपयोग युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी और कौशल प्रशिक्षण में करेंगे। सरकार का मानना है कि इस कदम से राज्य के शिक्षित युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा और वे रोजगारोन्मुखी होकर राज्य व देश के विकास में योगदान देंगे।

राज्य सरकार का कहना है कि आने वाले समय में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे। साथ ही, कौशल विकास पर जोर देकर युवाओं को आधुनिक नौकरी बाजार के अनुरूप तैयार किया जाएगा।राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया है। पहले यह योजना केवल इंटर पास बेरोजगार युवाओं तक सीमित थी, लेकिन अब कला, विज्ञान और वाणिज्य से स्नातक उत्तीर्ण बेरोजगार युवक-युवतियों को भी इसका लाभ मिलेगा।
बिहार के इस इलाके में तेजस्वी ने बांटी कलम
20 से 25 वर्ष की आयु वर्ग के स्नातक बेरोजगार युवाओं को
जो आगे की पढ़ाई नहीं कर रहे हैं
जिनके पास कोई स्वरोजगार या नौकरी नहीं है
उन्हें 1000 रुपये प्रतिमाह की दर से अधिकतम दो वर्षों तक सहायता राशि दी जाएगी।






















