बिहार विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा सांसद और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रवि किशन ने महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन ने सीतामढ़ी में मां जानकी मंदिर के निर्माण का विरोध शुरू कर दिया है, ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने अयोध्या में भगवान राम मंदिर का विरोध किया था। किशन ने कहा, “महागठबंधन में कुछ भी बचा नहीं है, यह पूरी तरह खत्म हो चुका है। एनडीए की सरकार दोबारा आ रही है।” यह बयान बिहार चुनावी माहौल को और गर्म करने वाला है, जहां राम मंदिर और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे प्रमुखता से उभर रहे हैं।
रवि किशन का आरोप है कि महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों का गठबंधन) इस मंदिर का विरोध कर रहा है। हालांकि, हालिया रिपोर्ट्स में महागठबंधन के किसी प्रमुख नेता द्वारा स्पष्ट विरोध का बयान नहीं मिला। इसके उलट, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने अगस्त 2025 में मंदिर जाकर आशीर्वाद लिया था और कहा था, “हम मां जानकी का आशीर्वाद लेकर बिहार के विकास की कामना करते हैं।” फिर भी, भाजपा इसे महागठबंधन की ‘हिंदू विरोधी’ छवि को उजागर करने के लिए इस्तेमाल कर रही है। किशन ने कहा, “अयोध्या में राम मंदिर बना, इन लोगों ने विरोध किया। अब मां जानकी का मंदिर बन रहा है, तो भी विरोध। ये विकास के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारत को लोगों ने जाना है कि भारत के पास क्या सहनशक्ति है हमने घुस के लोगों को मारा है और और यह देश के प्रधानमंत्री के कारण यह सब संभव हो पाया है उन्होंने कहा कि इस बार देखेगा जात धर्म से हटकर सभी लोग हमारे गठबंधन को वोट करेंगे उन्होंने यह भी कहा कि 14 नवंबर के बाद बिहार की ऊंचाई इतनी ज्यादा होगी जो लोगों ने कभी सोचा भी नहीं होगा सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में मां जानकी (माता सीता) का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है, जिसकी आधारशिला बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिसंबर 2023 में रखी थी। यह परियोजना अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर बनाई जा रही है, जिसमें 883 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। मंदिर परिसर में सर्किट हाउस, पार्किंग, परिक्रमा पथ और अन्य सुविधाएं भी शामिल हैं। जून 2025 में राज्य सरकार ने ‘श्री जानकी जन्मभूमि पुनौरा धाम मंदिर न्यास समिति’ का गठन किया, जिसके चेयरमैन मुख्य सचिव हैं।






















