परबत्ता से जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार आज राष्ट्रीय जनता दल की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे। उनके इस कदम पर जनता दल यूनाइटेड ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बयान जारी कर कहा कि संजीव कुमार वही नेता हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार को गिराने की असफल साजिश रची थी।
राजीव रंजन ने दावा किया कि 27 सितंबर को परबत्ता में हुई जदयू की विशाल सभा में संजीव कुमार की अनुपस्थिति के बावजूद दस हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। यह इस बात का सबूत है कि स्थानीय जनता और कार्यकर्ता विधायक के साथ नहीं थे। उनके अनुसार, संजीव कुमार पहले ही RJD में जाने का मन बना चुके थे और पार्टी विरोधी गतिविधियों में सक्रिय थे।
जदयू प्रवक्ता ने विपक्ष पर भी सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष और सोशल मीडिया पर लगातार यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि 25 साल की सरकार एंटी-इनकंबेंसी का शिकार है। लेकिन सच्चाई यह है कि लालू-राबड़ी शासनकाल में जबरन पलायन, बेरोजगारी और असुरक्षा की स्थिति थी, जबकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास की नई ऊंचाइयां हासिल की हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कोरोना काल में लाखों लोग बिहार लौटे और आज राज्य में रोजगार के अवसर लगातार बढ़ रहे हैं।
राजीव रंजन ने आत्मविश्वास से कहा कि 2025 में एनडीए को एक बार फिर बड़ा जनादेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को गुमनामी से निकालकर विकास और सुशासन की दिशा दी है, और अब जो लोग विकसित बिहार का सपना देख रहे हैं, उनका सपना भी पूरा होगा।
संजीव कुमार के RJD में जाने पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इससे पार्टी कमजोर नहीं हुई है बल्कि और भी मजबूत हुई है। उनका तर्क था कि ऐसे नेता जो साजिश में शामिल थे, उनके जाने से संगठन पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा। बल्कि अब जदयू और भी एकजुट होकर 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटेगी।






















