पटना के होटल मौर्य में खान एवं भूतत्व विभाग, बिहार सरकार की ओर से आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षात्मक बैठक ने राज्य के खनन क्षेत्र को नई दिशा देने का संदेश दिया। इस बैठक की अध्यक्षता भारत सरकार के खान मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने की। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
बैठक का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और स्वागत भाषण से हुआ, जिसमें बिहार सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग के सचिव दिवेश सेहरा ने उपस्थित अतिथियों का अभिनंदन किया। भारत सरकार के खान मंत्रालय के संयुक्त सचिव दिनेश माहूर ने बैठक का संदर्भ प्रस्तुत किया। इसमें GSI, MECL और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुतियां दीं और बिहार के खनन क्षेत्र को मजबूत करने पर सुझाव साझा किए।
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केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने राज्यों को खनिज संसाधनों के कुशल प्रबंधन, आधुनिक तकनीकों के उपयोग और युवाओं के लिए रोजगार सृजन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार और केंद्र के संयुक्त प्रयास से यह क्षेत्र न केवल औद्योगिक विकास में अहम योगदान देगा बल्कि रोजगार और निवेश के नए द्वार भी खोलेगा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा बिहार को 12 बड़े खनिज ब्लॉकों की नीलामी के लिए उपलब्ध कराया गया है। राज्य सरकार पारदर्शिता, तकनीकी नवाचार और सतत विकास की नीति के साथ खनिज संसाधनों का दोहन करेगी। उन्होंने कहा कि इन संसाधनों का उपयोग बिहार के आर्थिक विकास, औद्योगिक प्रगति और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा। साथ ही, GSI को और अधिक खनिज ब्लॉक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है ताकि राज्य खनन के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा सके।
बैठक का समापन खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक विनोद दूहन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस अवसर पर यह स्पष्ट किया गया कि बिहार में खनन क्षेत्र को पारदर्शी, वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बिहार को खनन और औद्योगिक विकास का हब बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाएंगी।






















