Bihar News: मुजफ्फरपुर के फतेहाबाद और सरैया प्रखंड के चंचलिया के बीच गंडक नदी पर नया पुल बनने जा रहा है. यह सिर्फ दो इलाकों को जोड़ने वाला पुल नहीं होगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार की अर्थव्यवस्था और लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बदल देगा. राज्य कैबिनेट ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर में गंडक नदी पर बनने वाले 3 लेन के नए पुल को मंजूरी दे दी है. इस पुल का निर्माण 589 करोड़ 4 लाख 78 हजार रुपये की लागत से किया जाएगा. लगभग 2280 मीटर लंबा और 15.55 मीटर चौड़ा यह पुल उत्तर बिहार के विकास में मील का पत्थर साबित होगा.
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इसके साथ ही 2200 मीटर लंबा पहुंच पथ भी बनाया जाएगा, जिससे यात्रा का अनुभव और सुगम हो जाएगा. यह परियोजना न सिर्फ लोगों की दूरी कम करेगी बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार देगी. स्थानीय लोगों और नेताओं की लंबे समय से यह मांग थी कि फतेहाबाद और चंचलिया के बीच एक नया पुल बनाया जाए. विधायक जनक सिंह ने इसे 15 साल पुरानी मांग की पूर्ति बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया.फिलहाल लोगों को फतेहाबाद से सारण जिले के तरैया जाने के लिए रेवा घाट पुल का रास्ता लेना पड़ता है. यह दूरी लगभग 49 किलोमीटर लंबी और थकाने वाली है. लेकिन नए पुल के बनने के बाद यही सफर घटकर सिर्फ 10 किलोमीटर रह जाएगा.
यह पुल सिर्फ आवाजाही का साधन नहीं होगा, बल्कि उत्तर बिहार की अर्थव्यवस्था का नया आधार बनेगा. मुजफ्फरपुर के पारू और सरैया प्रखंड सीधे सारण के तरैया से जुड़ जाएंगे. इसके बाद सिवान और सारण तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा.किसानों को अपनी फसलें बाजार तक जल्दी और कम खर्च में पहुंचाने का मौका मिलेगा. व्यापारियों के लिए माल ढुलाई तेज और सस्ती होगी. स्थानीय उद्योग और छोटे कारोबारी ज्यादा मजबूत होंगे. लगभग 5 लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा.यह पुल सिर्फ कंक्रीट और स्टील की संरचना नहीं, बल्कि उत्तर बिहार के भविष्य की नींव है. सरकार का दावा है कि इस परियोजना से ग्रामीण और शहरी इलाकों का संतुलित विकास होगा. परिवहन की सुविधा बढ़ने से लोगों का आपसी संपर्क मजबूत होगा और क्षेत्रीय असमानताएं भी कम होंगी. स्थानीय लोगों का मानना है कि इस पुल से न सिर्फ उनकी जीवनशैली बदलेगी बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी बेहतर अवसर मिलेंगे.





















