बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। दरअसल 1 अक्टूबर को सिपाही भर्ती परीक्षा हुई थी। जिसमें पेपर लीक होने के कारण परीक्षा को रद्द कर दिया गया। जिसे लेकर भाजपा बिहार सरकार पर हमलावर है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इसके लिए केंद्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष एस के सिंघल को आरोपी बताते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।
एस के सिंघल को बर्खास्त करने की मांग
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द होने के पश्चात अब सरकार के बहाली के सिस्टम औऱ उससे जुड़े लोगों पर राज्य की जनता संदेह की दृष्टि से देख रही है। केंद्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष एस के सिंघल खुद दागी हैं। इस परीक्षा में सुनियोजित ढंग से गड़बड़ी कराई गई। अभ्यर्थियों ने मुझे पेपर लीक होने की सूचना दी।हमने मीडिया के माध्यम से जाँच कराने हेतु सरकार से आग्रह किया।सिंघल अंतिम समय तक कह रहे थे कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई। खैर सरकार को इसमें गड़बड़ी का एहसास हुआ जब आर्थिक अपराध की जाँच में इसका खुलासा हुआ और फिर परीक्षा रद्द हुई।
“पूरे मामले में सरकार की संलिप्तता है“
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अब बड़ा प्रश्न है कि सिंघल को सरकार आरोपी मानते हुए पद से बर्खास्त क्यों नहीं कर रही है।हमारी माँग है इन्हें अबिलम्ब हटाया जाए। दूसरा महत्वपूर्ण विषय है कि BPSC, SSC, सहित अन्य परीक्षा में गड़बड़ी पाए जाने पर परीक्षा तो रदद् हुई पर किसी पर कार्रवाई नहीं हुई?इसकी जांच कर कार्रवाई हो। पूरे मामले में सरकार की संलिप्तता है इसलिए कार्रवाई नहीं होती है। उन्होंने कहा कि सरकार बिहार के युवाओं की प्रतिभा का हनन करना बंद करे । इसमें संलिप्त अधिकारियों व विभागों के पदाधिकारियों पर नकेल कस पूरे प्रकरण की जाँच सीबीआई या सिटिंग जज से कराये।