[Team insider] झारखंड की उप राजधानी दुमका में इन दिनों ऑनलाइन लॉटरी का अवैध धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। इस पर लगाम लगाने के लिए स्थानीय पुलिस ने बीते दस जनवरी को दुकानों पर रेड कर 12 लोगों को गिरफ्तार किया और करीब 5000 से अधिक के लॉटरी की टिकट जप्त किया है।
लंबे समय से लॉटरी का चल रहा थाअवैध धंधा
एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि लंबे समय से लॉटरी का अवैध धंधा चल रहा था। ये ऑनलाइन भी कारोबार चला रहे थे। इसी सिलसिले में दस जनवरी को रेड कर दुधनी और बस स्टैंड के पास से क्रमश आठ और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किये गये लोगों ने मास्टर माइंड के रूप में पंकज वर्मा, उसके भाई संदीप वर्मा और दीपक शाह का नाम लिया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पहले से पंकज वर्मा लोगों को झांसे में रखकर धौंस जमाने का काम करता था। हाल में उसके भाजपा का नगर अध्यक्ष बनाया गया है मगर फेसबुक पंकज राज जेएमएम के नाम से है। और फेसबुक में हेमन्त सोरेन के साथ तस्वीर भी है। ऐसा अपने प्रभाव को दिखाने के लिए कर रखा था। मानो जेएमएम का प्रभावशाली कार्यकर्ता हो।
परिजनों ने नगर थाना पहुंचकर जताया विरोध
इधर पंकज वर्मा के पकड़े जाने के बाद उनके मित्र परिजनों ने नगर थाना पहुंचकर विरोध जताया। पक्षपात का आरोप इनका आरोप है कि जुए के मास्टर माइंड को पकड़ने के बदले पुलिस खरीदारों को पकड़ कर अपना पीठ ठोक रही है। परिजन गेट थाना के सामने खड़े हो गये ताकि पुलिस उन्हें कोर्ट न ले जा सके।
हर चौक चौराहे में चल रहा था अवैध धंधा
पुलिस की माने तो शहर के अधिकांश मशहूर गली से लेकर चौक चौराहे में लाटरी का अवैध धंधा चल रहा है। लाटरी संचालकों ने बाकायदा इसके लिए दुकान तक किराए पर ले रखी है। सुबह आठ से शाम पांच बजे खेल चलता है। दुकान में ज्यादातर गरीब और रिक्शा चालकों की भीड़ लगी रहती है। संचालक खरीददार से पैसा लेकर रजिस्टर में उसके मनपंसद अंक के आगे यह लिखता है कि उसने इस नंबर पर कितना टिकट खेला है। खरीददार बाद में परिणाम जानने के लिए आता है, अगर उसका नंबर लग गया तो चांदी वरना हाथ मलने के सिवाय कुछ नहीं बचता है।