बेतिया में पारा मेडिकल छात्रों ने सात सूत्री मांगों के समर्थन में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के ओपीडी को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध के दौरान छात्रों ने बिहार सरकार और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि, छात्रों ने 10 बजे ओपीडी को खोल दिया और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का घेराव किया। सूचना पर पहुंची नगर थाना पुलिस और अस्पताल नाका प्रभारी ने विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं समझा-बुझाकर शांत कराया।
पारा मेडिकल काउंसिल गठन की मांग
प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने कहा कि जल्द से जल्द पारा मेडिकल काउंसिल का गठन किया जाए। इसके लिए सभी ट्रेड से दो-दो सदस्यों को शामिल किया जाए। पारा मेडिकल के सत्र नियमित करने के साथ लंबित परीक्षा ली जाए और इसका परीक्षा फल भी प्रकाशित किया जाए। छात्रा मुस्कान ने बताया कि कॉलेज में हम लोगों के लिए हॉस्टल की व्यवस्था नही है। बाहर रूम लेकर रहना पड़ता है। रात में ड्यूटी करने आने में काफी परेशानी होती है। हमेशा डर बना रहता है। कॉलेज में बिल्डिंग बनकर तैयार है। लेकिन हमें हॉस्टल नहीं दिया जाता है। पानी की भी समस्या होती है।
1500 प्रति माह पेड इंटर्नशिप दी जाए
छात्रों ने यह भी बताया कि कॉलेज में पारा मेडिकल ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है। अस्पतालों में प्रशिक्षण को जाने के लिए परिवहन का इंतजाम राज्य सरकार को जल्द करना चाहिए। जिससे छात्रों को प्रशिक्षण लेने में आसानी हो। वहीं नामांकित पारा मेडिकल छात्रों को स्वीकृत 1500 प्रति माह पेड इंटर्नशिप दी जाए। बिहार में शुरू किए गए नए पारा मेडिकल कोर्स जैसे एनएसथीसिया टेक्नीशियन, ब्लड बैंक टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी टेक्नीशियन, हॉस्पिटल डोमिसिलिअरी केयर असिस्टेंट, ऑर्थोप्टिक्स, ऑर्थोप्टिक एंड प्रोश्थेटिक, प्लास्टर टेक्नीशियन और अन्य के लिए नियमावली तैयार की जाए।