चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप से जुड़े पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) पिटाई मामले में नया मोड़ आया है। पटना के पीरबहोर थाना में अज्ञात डॉक्टरों और पीएमसीएच के कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। यह कार्रवाई पत्रकार संघ के अध्यक्ष मोहन तिवारी (फरीदाबाद) की ओर से दिए गए आवेदन के आधार पर की गई है।
थाना प्रभारी अब्दुल हलीम ने बताया कि एफआईआर संख्या 417/2025 दर्ज हो चुकी है, लेकिन पीड़ित मनीष कश्यप से अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है। हलीम ने बताया, “कई बार कॉल करने के बावजूद मनीष का कोई जवाब नहीं मिला है। फिलहाल केस दर्ज हो चुका है और जांच की जा रही है।”
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हालांकि, घटना के दिन मनीष कश्यप ने केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं, उन्होंने पीरबहोर थाने की टॉप (TOP) यूनिट में माफीनामा भी लिखा था, जो अब चर्चा का विषय बन गया है। करीब 15 दिन पहले मनीष कश्यप पीएमसीएच पहुंचे थे, जहां उन्होंने एक मरीज की पैरवी करते हुए अस्पताल की व्यवस्था और मरीजों के साथ हो रही परेशानियों पर सवाल उठाए। इसी दौरान उनकी ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर से बहस हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि बात धक्का-मुक्की और फिर मारपीट तक पहुंच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ डॉक्टर मनीष को खींचकर हॉस्टल की तरफ ले जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन समय रहते पीरबहोर थाना परिसर में स्थित टॉप यूनिट के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मनीष को भीड़ से बचाकर सुरक्षित टॉप कार्यालय में लाया। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक मनीष और उनके समर्थक बेहद तनावपूर्ण स्थिति में रहे।
घटना के बाद मनीष को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। अस्पताल से डिस्चार्ज मिलने के बाद मनीष ने सार्वजनिक रूप से पूरी घटना की जानकारी दी और आरोप लगाया कि उनके साथ गंभीर मारपीट और अभद्रता की गई थी।