पूर्व रेल आईजी और 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी मोहम्मद नूरुल होदा ने बुधवार को विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) में शामिल होकर राजनीति में कदम रख दिया। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर अपनी प्रशासनिक सेवा को अलविदा कहा और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
सीतामढ़ी जिले के मूल निवासी नूरुल होदा रेलवे सुरक्षा आयुक्त के रूप में कार्यरत रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए प्रभावशाली कार्य किया है। नूरुल होदा को हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी और अरबी जैसी भाषाओं में गहरी पकड़ हासिल है। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा सीतामढ़ी से प्राप्त की, इसके बाद बिहार विश्वविद्यालय से रसायन शास्त्र में स्नातक और दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि की डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक प्रवेश को लेकर उन्होंने कहा कि उनका मकसद बिहार में मुस्लिम समाज को एक सशक्त नेतृत्व देना है। वे सामाजिक और आर्थिक बाधाओं को खत्म कर शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहेंगे ताकि राज्य में विभाजनकारी राजनीति का मुकाबला किया जा सके।
गौरतलब है कि हाल ही में एक और चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने ‘हिंद सेना’ नामक नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है। ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि पूर्व प्रशासनिक अधिकारियों की राजनीति में बढ़ती भागीदारी बिहार के सियासी समीकरणों को किस तरह प्रभावित करती है।