राजद में अंदरूनी खींचतान चरम पर है. लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के फेसबुक ने संजय यादव पर नया सवाल खड़ा कर दिया है। तेजस्वी की सीट पर संजय के बैठने से शुरू हुआ विवाद अब दलित नेताओं की तस्वीरों के जरिए नया संदेश देने तक पहुंच गया है.पटना के आलोक कुमार नामक शख्स ने इस पर सवाल उठाते हुए लिखा कि बिहार की जनता उस सीट पर लालू या तेजस्वी को देखने की आदी है, लेकिन अब कोई खुद को नेतृत्व से भी ऊपर मान रहा है.
इसके बाद रोहिणी ने शाम को एक और पोस्ट कर माहौल और गरमा दिया. उन्होंने पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम और विधायक रेखा पासवान की तस्वीर साझा की, जो उसी सीट पर बैठे थे. इसके साथ उन्होंने लिखा, “वंचितों और समाज के आखिरी पायदान पर खड़े वर्ग को आगे लाना ही लालू यादव के सामाजिक-आर्थिक न्याय अभियान का मकसद रहा है. इन्हें आगे बैठे देखना सुखद अनुभव है.संजय यादव, जो दिल्ली में तेजस्वी के मित्र रहे हैं, अब उनके सबसे भरोसेमंद सलाहकार और रणनीतिकार हैं. माना जाता है कि वे तेजस्वी की राजनीति को लालू-राबड़ी के दौर की छवि से अलग करने की कोशिश में जुटे हैं. हालांकि, इसी वजह से पार्टी और परिवार के भीतर उनका विरोध लगातार बढ़ रहा है.
रोहिणी की इस पोस्ट को सीधा संदेश माना जा रहा है कि आरजेडी की राजनीति में वंचित वर्ग को प्राथमिकता मिले, न कि सलाहकारों को. गौरतलब है कि तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव भी कई बार संजय यादव पर हमला कर चुके हैं. वह सीधे नाम नहीं लेते, लेकिन ‘जयचंद’ कहकर इशारा करते रहे हैं.






















