बिहार सरकार ने 2012 बैच के IPS अधिकारी अवकाश कुमार को पटना का नया SSP नियुक्त किया है। अवकाश कुमार इससे पहले सीआईडी पुलिस अधीक्षक के तौर पर पटना पुलिस मुख्यालय में तैनात थे। उनकी नियुक्ति को लेकर प्रशासनिक हलकों में चर्चाएं तेज हैं, क्योंकि उनकी छवि एक सख्त और निडर अधिकारी की रही है।
अवकाश कुमार का नाम 2020 में सुर्खियों में आया, जब वे बेगूसराय के एसपी के रूप में तैनात थे। उस समय केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह ने बढ़ते अपराध को लेकर उनकी आलोचना की थी। गिरिराज सिंह ने तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि अवकाश कुमार अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं।
यह विवाद 4 फरवरी 2020 को फुलवरिया में एक सड़क हादसे में छात्र प्रिंस कुमार की मौत के बाद भड़का। परिजनों ने इसे हत्या बताते हुए हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस ने चार परिजनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस पर गिरिराज सिंह, अवकाश कुमार से नाराज हुए थे। हालांकि, अवकाश कुमार ने इन आरोपों को खारिज कर कहा था कि यदि उनके खिलाफ सबूत हैं, तो उन्हें पेश किया जाए।
बेगूसराय में अपने कार्यकाल के दौरान अवकाश कुमार ने कई प्रभावी कार्रवाइयां कीं। जनवरी 2019 में उन्होंने चेरिया बरियारपुर में एक मुठभेड़ का नेतृत्व किया, जिसमें तीन कुख्यात अपराधियों को मार गिराया गया।
अक्टूबर 2018 में आरा से ट्रांसफर होकर बेगूसराय पहुंचे अवकाश कुमार ने तीन वर्षों तक वहां SP के रूप में सेवा दी। इसके बाद दिसंबर 2021 में उनका तबादला दरभंगा एसएसपी के रूप में हुआ। उनके नेतृत्व में 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव और 2021 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए।