[Team insider] पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह से पिटने के बाद भी कांग्रेस सबक नहीं ले रही है। झारखंड में कांग्रेस सत्ता में जरूर है, मगर पार्टी का अंदरूनी कलह पार्टी को गर्त में पहुंचा रहा है। पिछले दिनों प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के पार्टी छोड़ने के बाद प्रभारी बनाए गए अविनाश पांडेय के नेतृत्व में कांग्रेस आत्ममंथन कर पार्टी के जनाधार को बढ़ाने और जनता में पैठ बनाने की जुगत में लग गयी है।
संवाद कार्यक्रम के जरिए कार्यकर्ताओं से कर रही है सीधा संवाद
इसी क्रम में पार्टी पूरे राज्य के सभी जिलों में संवाद कार्यक्रम के जरिए कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर रही है, जिसमें पार्टी के तमाम मंत्री विधायक और प्रदेश एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी शिरकत कर रहे हैं, और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने का काम कर रहे हैं। मगर संवाद कार्यक्रम धीरे- धीरे अब विवाद का रूप लेता जा रहा है।
कांग्रेसियों का कलह पूरे कार्यक्रम का बंटाधार कर गया
बता दें कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने संवाद कार्यक्रम में ही सरकार के विरुद्ध बयान बाजी किया था और इस्तीफा देने तक की पेशकश कर डाली थी। जिसको लेकर खूब हाय तौबा मचा। वहीं दूसरी ओर रविवार को जमशेदपुर में कोल्हान प्रमंडल स्तरीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें शिरकत करने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री बादल पत्रलेख, मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद गीता कोड़ा, पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू, सुखदेव भगत का तीनों जिलों के अध्यक्ष एवं कांग्रेसियों ने जगह-जगह गर्मजोशी से स्वागत किया। मगर कार्यक्रम अभी शुरू भी नहीं हुआ था, कि कांग्रेसियों का कलह पूरे कार्यक्रम का बंटाधार कर गया। जहां गुटों में बंटे कांग्रेसियों के बीच का कलह खूब नजर आया।
जिला अध्यक्ष को देख लेने तक की दे डाली धमकी

कार्यक्रम में भरे मंच पर ही जमशेदपुर महानगर जिला अध्यक्ष विजय खां के खिलाफ कांग्रेस ओबीसी मोर्चा के कोल्हान प्रभारी धर्मेंद्र सोनकर ने मोर्चा खोल दिया और जमकर खरी-खोटी सुना डाली। यहां तक कि धर्मेंद्र सोनकर ने पार्टी के नेताओं पर ओबीसी का अपमान करने का आरोप मढ़ते हुए जिला अध्यक्ष को देख लेने तक की धमकी दे डाली। धर्मेंद्र सोनकर ने जिला अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का बहिष्कार कर चलते बने। दरअसल धर्मेंद्र सोनकर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत करने पहुंचे थे और वे मंच पर जाकर उन्हें सम्मानित करना चाहते थे, मगर जिलाध्यक्ष ने उन्हें मंच से उतार दिया।
पूर्व कांग्रेसियों को जमशेदपुर में एक और बड़ा झटका लगा
इससे पूर्व कांग्रेसियों को जमशेदपुर में एक और बड़ा झटका लगा। जहां हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को फिर से झारखंड की सत्ता में लाने का प्रण लिया। दरअसल ये कांग्रेसी कार्यकर्ता जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के थे, जो मंत्री बन्ना गुप्ता का विधानसभा क्षेत्र है। ऐसे में अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही कांग्रेस के लिए झारखंड में सब कुछ ठीक-ठाक है, ऐसा कहना बेमानी होगा। भले राज्य में सरकार गठबंधन की जरूर है, मगर ऐसा नहीं लग रहा है, कि सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा कर सकेगी।