जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोमवार को एक प्रेसवार्ता कर प्रशांत किशोर और उनकी संस्था ‘जन सुराज’ को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने प्रशांत किशोर की फंडिंग, पार्टी रजिस्ट्रेशन और पारदर्शिता पर सवाल खड़े करते हुए कई बड़े खुलासे किए।
“जन सुराज या धन सुराज?”
नीरज कुमार ने पोस्टर जारी कर प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि “लोकतंत्र की आड़ में कंपनी राज को स्वीकार नहीं किया जाएगा।” उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर जन सुराज की जगह “धन सुराज” चला रहे हैं और गांधी के नाम पर बिहार को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशांत किशोर की पार्टी का रजिस्ट्रेशन और फंडिंग पर सवाल
नीरज कुमार ने कहा कि 8 अगस्त 2022 को प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया था, जबकि 28 अगस्त 2023 को ‘जन सुराज’ की स्थापना हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि अजीत सिंह नामक व्यक्ति, जिनके नाम से पार्टी का रजिस्ट्रेशन कराया गया, अब कहां हैं, इसका जवाब प्रशांत किशोर को देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि प्रशांत किशोर की पार्टी को ‘जॉय ऑफ गिविंग ग्लोबल फाउंडेशन ट्रस्ट’ नामक संस्था से फंडिंग मिल रही है, जिसका ऑफिस बेंगलुरु में स्थित है।
48 करोड़ की डोनेशन और संदिग्ध लेन-देन का आरोप
नीरज कुमार ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि 2023-24 में ‘जॉय ऑफ गिविंग फाउंडेशन ट्रस्ट’ को 48 करोड़ रुपये का डोनेशन मिला। इसमें सबसे ज्यादा पैसा राम सेतु इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी की ओर से दिया गया। उन्होंने प्रशांत किशोर पर सीधा सवाल उठाया कि “आपने खुद अपनी ही संस्था को 50 लाख रुपये का डोनेशन क्यों दिया?”
72 घंटे का अल्टीमेटम, वरना होगा बड़ा खुलासा
नीरज कुमार ने प्रशांत किशोर को चेतावनी देते हुए कहा कि “हमने 72 घंटे का समय दिया है। अगर 9 फरवरी तक प्रशांत किशोर इन सवालों के जवाब नहीं देते, तो हम और बड़े खुलासे करेंगे।”
कंपनी एक्ट के उल्लंघन का आरोप
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि “किसी चैरिटी ट्रस्ट के माध्यम से राजनीतिक पार्टी को सहयोग देना कंपनी एक्ट का उल्लंघन है।” उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी और इस फाउंडेशन के बीच क्या संबंध है।